नई दिल्ली। निर्यातकों के शीर्ष संगठन फियो ने सरकार से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए देश में अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) सेवाओं को प्रोत्साहन प्रदान करने की सिफारिश की है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट्स ऑर्गेनाइजेशन्स (फियो) के अध्यक्ष शरद कुमार सर्राफ ने बुधवार को राज्य सरकारों से भी विशेषज्ञता वाले आरएंडडी सेवा निर्यात क्षेत्र की मदद करने की अपील की है। उनका कहना है कि इस क्षेत्र में निर्यात के अवसर की विशाल संभावनाएं छुपी हैं। सर्राफ ने सरकार से आग्रह किया है कि आरएंडडी सेवाओं के निर्यात को एसईआईएस (सर्विसेज एक्सपोर्ट्स फ्रॉम इंडिया) जैसी योजनाओं के जरिए प्रोत्साहन दिया जा सकता है। संगठन के मुताबिक इसके साथ ही देश में रिसर्च और डेवलमेंट के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जाना चाहिए जिससे क्षेत्र को मदद मिलेगी
फियो अध्यक्ष ने आरएंडडी सेवाओं के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए उपयुक्त बुनियांदी ढांचे के विकास और अनुकूल वातावरण तथा नियामकीय ढांचा विकसित करने पर भी बल दिया है। उन्होंने इस विषय में एक गोलमेज चर्चा कार्यक्रम में कहा कि बाजार में ऐसी सेवाओं के कारोबार में लगी इकाइयों को बराबरी का अवसर देना भी जरूरी है। सर्राफ ने कहा कि भारतीय निर्यात सूची के स्वरूप को बदलने का प्रयास होना चाहिए और इसमें उच्च प्रौद्योगिकी वाले निर्यात का अनुपात बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसी संदर्भ में उन्होंने आरएंडडी सेवा निर्यात को प्रोत्साहन देने पर जोर दिया। कार्यक्रम में भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो के.विजयराघवन ने कहा कि आरएंडडी सेवाओं के निर्यात का महत्व पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि नीति निर्माता अब तक उच्च प्रौद्योगिकी से बने सामानों के निर्यात को बढ़ाने पर ध्यान देते आ रहे थे। उच्च प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकी सेवाओं का निर्यात अर्थव्यवस्था के परिष्कार, उत्पादकता के स्तर तथा भविष्य की क्षमताओं की झलक देता है।