नई दिल्ली। देश में एफडीआई नियमों को लेकर आ रहे बदलाव का असर भारतीय कंपनियों में आ रहे विदेशी निवेश पर भी पड़ा है। भारतीय कंपनियों में विदेशी निवेश अप्रैल में 84 प्रतिशत घटकर 4.11 अरब डालर रह गया है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल इसी महीने में भारतीय कंपनियों ने कुल मिलाकर अपने विदेशी उपक्रमों में 7.56 अरब डॉलर का निवेश किया था।
भारतीय कंपनियों ने बढ़ाया विदेश में निवेश
एक ओर भारतीय कंपनियों के लिए विदेशी निवेश में लगातार कमी आ रही है, लेकिन इसके विपरीत भारतीय कंपनियों द्वारा विदेश में विस्तार और निवेश की गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं। भारतीय कंपनियों द्वारा अप्रैल में विदेश में किया गया निवेश इससे पिछले महीने के 1.36 अरब डालर से अधिक है।
इस तरह किया कंपनियों ने निवेश
रिजर्व बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक कंपनियों द्वारा यह निवेश गारंटी इश्यू (1.92 अरब डॉलर), ऋण (29.87 करोड़ डॉलर) तथा इक्विटी (1.89 अरब डालर) के रूप में किया। जिन प्रमुख कंपनियों ने अपने विदेशी उद्यमों-पूर्ण स्वामित्व वाली इकाइयों में निवेश किया उनमें ल्यूपिन इंडिया 92.5 करोड़ डॉलर, वीडियोकॉन आयल वेंचर्स 17.6 करोड़ डॉलर तथा वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज 10 करोड़ डॉलर शामिल हैं।
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