नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र का भारतीय खाद्य निगम (FCI) 20,000 करोड़ रुपए का अल्पकालिक ऋण जुटाएगा। एक माह की अवधि के इस ऋण के लिए निगम ने अनुसूचित बैंकों से निविदा आमंत्रित की हैं। एफसीआई ने निविदा दस्तावेज में कहा कि खाद्यान्न की खरीद और वितरण के लिए लघु अवधि की कोष की जरूरत को पूरा करने के लिए निगम एक माह की अवधि के लिए अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों से कर्ज जुटाने पर विचार कर रहा है। एक सूत्र ने बताया कि एफसीआई को लघु अवधि का ऋण इसलिए जुटाना पड़ रहा है क्योंकि 31 मार्च तक उसका सब्सिडी का बकाया 58,650 करोड़ रुपए पर पहुंच गया था।
केनरा बैंक बांड के जरिये जुटाएगा 3,000 करोड़ रुपए
सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक की योजना बांड के जरिये 3,000 करोड़ रुपए जुटाने की है। इससे बैंक अपने पूंजी आधार को मजबूत कर सकेगा और वृद्धि को आगे बढ़ा सकेगा। केनरा बैंक ने बयान में कहा कि वह अपने पूंजीगत संसाधनों को बढ़ाने के लिए बांड जारी करने जा रहा है। बयान में कहा गया है कि बैंक ने 1,000 करोड़ रुपए के बेसल तीन अनुपालन वाले बांड जारी करने का फैसला किया है और इसमें अधिक अभिदान को कायम रखने का विकल्प है। बैंक निजी नियोजन के आधार पर 2,000 करोड़ रुपए के अधिक अभिदान को कायम रख सकता है।
सुजलॉन ने 2.88 करोड़ डॉलर के विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय-बांड का किया भुगतान
पवन ऊर्जा परियोजनाओं का विकास करने वाले सुजलॉन समूह ने कहा कि उसने विदेशी मुद्रा वाले 2.88 करोड़ डॉलर के परिवर्तनीय बांड (एफसीसीबी) का बकाया, परिपक्वता प्रीमियम समेत आंतरिक स्रोतों से नकद में भुगतान किया है। कंपनी ने बीएसई को बताया कि उसने एफसीसीबी का 2.88 करोड़ डॉलर का बकाया नकद में चुकता किया है। साथ ही उस पर लागू 8.7 फीसदी की दर से परिपक्वता प्रीमियम भी अदा किया गया है।