नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने लघु अवधि के लिए 20,000 करोड़ रुपए का कर्ज जुटाने के लिए अनुसूचित बैंकों से निविदा आमंत्रित की है ताकि वह खरीद की लागत को पूरा कर सके। एक सूत्र ने बताया कि निगम की बकाया सब्सिडी 31 मार्च को 58,650 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है, इसीलिए निगम ऋण जुटा रहा है। एफसीआई ने एक निविदा दस्तावेज में कहा है कि वह 20,000 करोड़ रुपए का लघु अवधि ऋण जुटाना चाहता है जो एक महीने से तीन महीने के लिए होगा। इस संबंध में निविदा जमा कराने की अंतिम तिथि एक जुलाई है।
बैंक ऑफ इंडिया ने बासेल-3 बांडों से 1,000 करोड़ रुपए जुटाए
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने बासेल-3 नियमों के तहत पूंजी पर्याप्तता अनुपालन के लिए बांडों के माध्यम से 1,000 करोड़ रुपए जुटाए। बैंक द्वारा शेयर बाजार को दी गई जानकारी के अनुसार, बैंक ने बासेल-3 अनुकूल अतिरिक्त टियर-1 बांड जारी कर 1,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
बैंक ने बताया कि इन बांडों को ब्रिकवर्क ने एए- और क्रिसिल ने ए प्लस रेटिंग दी है। इसके अलावा इन्हें 11.50 फीसदी की एक कूपन दर भी दी गई है। बासिल-3 पूंजी विनियमों के तहत बैंकों को अपनी पूंजी योजना प्रक्रिया को मजबूत और बेहतर करना है। भारत में बासेल-3 नियम चरणबद्ध तरीके से एक अप्रैल 2013 से लागू किए जा रहे हैं और इसके पूरा करने की तिथि को 31 मार्च 2019 तक के लिए बढ़ाया गया है।
यह भी पढ़ें- FCI जुटाएगा 20,000 करोड़ रुपए का अल्पकालिक ऋण, केनरा बैंक जुटाएगा 3,000 करोड़ रुपए