दुबई। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट का फायदा भारतीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा। इससे पेट्रोलियम कंपनियों के घाटे की भरपाई हो पाई है। वहीं, कच्चे तेल की कीमतों में कमी से महंगाई को नियंत्रण में रखने में मदद मिली है। इसके अलावा तेल कीमतों में कमी से सरकार को भी सब्सिडी को तर्कसंगत बनाने में मदद मिली है।
कच्चे तेल में गिरावट के कई फायदे
जेटली ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से हमारी पेट्रोलियम कंपनियों को हो रहे नुकसान की भरपाई हो सकी है। साथ ही महंगाई को भी नियंत्रण में रखने में मदद मिली है। वहीं रिजर्व बैंक भी नीतिगत दरों में कमी कर पाया है। उन्होंने कहा कि इससे हम फ्यूल पर सेस बढ़ा सके हैं जिसका इस्तेमाल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में किया जाएगा।
अर्थव्यवस्था को मिलेगी रफ्तार
जेटली ने कहा कि पिछले कुछ माह से तेल कीमतें जिस स्तर पर बनी हुई हैं उससे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक अनुकूल वातावरण बना है। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल कीमतों में कमी का मतलब यह है कि उत्पादक देशों से संपदा का प्रभावी तरीके से उपभोग वाले देशों को ट्रांसफर हो सकता है। वित्त मंत्री कल यहां दो दिन की संयुक्त अरब अमीरात यात्रा पर पहुंचे। वह अपनी इस यात्रा के दौरान निवेशकों को भारत में निवेश के अवसरों के बारे में बताएंगे। गौरतलब है कि कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले साल के उच्चतम स्तर से कच्चे तेल की कीमतें आधी रह गईं हैं।