नई दिल्ली: देश का निर्यात इस साल मार्च में सालाना आधार पर 60.29 प्रतिशत उछलकर 34.45 अरब डॉलर रहा। हालांकि, वित्त वर्ष 2020-21 में यह एक साल पहले के निर्यात के मुकाबले 7.26 प्रतिशत घटकर 290.63 अरब डॉलर रह गया। बृहस्पतिवार को जारी सरकारी आंकड़े के अनुसार आयात भी मार्च महीने में 53.74 प्रतिशत बढ़कर 48.38 अरब डॉलर रहा। लेकिन वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान यह 18 प्रतिशत घटकर 389.18 अरब डॉलर रहा।
आंकड़ों के अनुसार व्यापार घाटा मार्च 2021 में बढ़कर 13.93 अरब डॉलर रहा जो पिछले साल इसी माह में 9.98 अरब डॉलर रहा था। हालांकि, पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान व्यापार घाटा कम होकर 98.56 अरब डॉलर रहा जो 2019-20 में 161.35 अरब डॉलर के उच्चस्तर पर था। मार्च महीने में जिन उत्पाद श्रेणी में अच्छी निर्यात वृद्धि दर्ज की गयी, उनमें ऑयलमील (230.4 प्रतिशत), लौह अयस्क (194.89 प्रतिशत), फ्लोर कवरिंग समेत जूट विनिर्माण (105.26) प्रतिशत, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान (91.98 प्रतिशत), कालीन (89.84 प्रतियात)।
इसके अलावा रत्न एवं आभूषण (78.93 प्रतिशत), इंजीनियरिंग सामान (71.3 प्रतिशत), चावल (66.77 प्रतिशत), मसाला (60.42 प्रतिशत) और मांस, डेयरी और पॉल्ट्री उत्पाद (52.79 प्रतिशत) शामिल हैं। इसके अलावा औषधि (48.49 प्रतिशत), रसायन (46.5 प्रतिशत), समुद्री उत्पाद (40.81 प्रतिशत), पेट्रोलियम उत्पाद (35.52) प्रतिशत, कॉफी (23.27 प्रतिशत) और चाय (8 प्रतिशत) के निर्यात में भी वृद्धि दर्ज की गयी।
आंकड़ों के अनुसार जिन क्षेत्रों में मार्च महीीने में निर्यात में गिरावट दर्ज की गयी है, उनमें तिलहन (-6.45 प्रतिशत) और काजू (-1.99 प्रतिशत) शामिल हैं। आयात के मामले में जिन क्षेत्रों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें चांदी, परिवहन उपकरण, दाल और उर्वरक शामिल हैं। मार्च महीने में कच्चा तेल आयात 2.23 प्रतिशत बढ़कर 10.27 अरब डॉलर रहा। वहीं पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में पेट्रोलियम आयात 36.92 प्रतिशत घटकर 82.35 अरब डॉलर रहा। सोने का आयात मार्च महीने में बढ़कर 8.49 अरब डॉलर रहा जो मार्च 2020 में 1.22 अरब डॉलर रहा था।