नई दिल्ली: देश का निर्यात कारोबार मार्च में 58.23 प्रतिशत उछलकर 34 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इंजीनियरिंग, रत्न एवं आभूषण तथा औषधि जैसे प्रमुख क्षेत्रों में माह के दौरान अच्छी वृद्धि दर्ज की गयी जिससे निर्यात बढ़ा। वाणिज्य मंत्रालय के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार समूचे वित्त वर्ष 2020-21 में निर्यात 7.4 प्रतिशत घटकर 290.18 अरब डॉलर रहा जो इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 में 313.36 अरब डॉलर रहा था। वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान आयात 18 प्रतिशत घटकर 388.92 अरब डॉलर रहा जो 2019-20 में 474.71 अरब डॉलर तक पहुंच गया था। पिछले साल मार्च 2020 में निर्यात 21.49 अरब डॉलर का हुआ था। कोविड-19 संकट के कारण वैश्विक नरमी की वजह से मार्च 2019 के मुकाबले 34 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत का वस्तु निर्यात मार्च 2021 में सालाना आधार पर 58.23 प्रतिशत बढ़कर 34 अरब डॉलर रहा। मार्च 2020 में यह 21.49 अरब डॉलर था।’’ बयान के अनुसार यह पहली बार है जब किसी महीने में निर्यात 34 अरब डॉलर रहा है। बयान के अनुसार आयात भी 52.89 प्रतिशत बढ़कर 48.12 अरब डॉलर रहा। एक साल पहले मार्च 2020 में यह 31.47 अरब डॉलर था। आलोच्य माह में व्यापार घाटा बढ़कर 14.12 अरब डॉलर पहुंच गया जो एक साल पहले मार्च 2020 में 9.98 अरब डॉलर था।
मार्च महीने में तेल आयात 1.22 प्रतिशत बढ़कर 10.17 अरब डॉलर रहा। पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान तेल आयात 37 प्रतिशत घटकर 82.25 अरब डॉलर रहा। वहीं, आलोच्य महीने में गैर-तेल आयात 777.12 प्रतिशत उछलकर 37.95 अरब डॉलर रहा। पूरे वित्त वर्ष के दौरान आयात 10.89 प्रतिशत घटकर 306.67 अरब डॉलर रहा। सोने का आयात मार्च महीने में उछलकर 7.17 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘वस्तु निर्यात मार्च 2021 में सालाना आधार पर 58 प्रतिशत बढ़कर 34 अरब डॉलर रहा। भारतीय इतिहास में किसी एक महीने में यह सर्वाधिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की नीतियां महामारी के बावजूद देश को नई ऊंचाई पर ले जा रही है।’’ भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि कंटेनर की कमी और स्वेज नहर के मसले के बावजूद निर्यात 290 अरब डॉलर से अधिक है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 चुनौतियों को देखते हुए यह काफी अच्छी वृद्धि है।’