नई दिल्ली। भारत का निर्यात सितंबर में सालाना आधार पर 5.99 प्रतिशत बढ़कर 27.58 अरब डॉलर पर पहुंच गया। बृहस्पतिवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। सितंबर, 2019 में निर्यात 26.02 अरब डॉलर रहा था। पिछले 7 महीने में पहली बार निर्यात में बढ़त दर्ज की गई है। वहीं, इस अवधि में देश का आयात 19.6 प्रतिशत घटकर 30.31 अरब डॉलर रह गया। एक साल पहले इसी महीने में यह 37.69 अरब डॉलर रहा था। सितंबर में व्यापार घाटा घटकर 2.72 अरब डॉलर रह गया। एक साल पहले इसी महीने में यह 11.67 अरब डॉलर रहा था। निर्यात में बढ़त इंजीनियरिंग गुड्स, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, फार्मा, रेडीमेड कपड़ों की विदेशों में बढ़ती मांग की वजह से दर्ज हुई है।
वित्त वर्ष के पहले 6 महीने में निर्यात 21.3 फीसदी की गिरावट के साथ 125.3 अरब डॉलर रहा है। वहीं आयात 40.1 फीसदी की गिरावट के साथ 148.7 अरब डॉलर रहा है। इससे अवधि के दौरान 23.4 अरब डॉलर का व्यापार घाटा दर्ज हुआ है। भारत के विदेशी व्यापार में महामारी के पहले से ही कमजोरी देखने को मिल रही थी। पिछले 15 महीने में से 13 में एक्सपोर्ट पर दबाव देखने को मिला है। हालांकि महामारी के साथ आयात और निर्यात दोनो में ही गिरावट का रुख देखने को मिला। वहीं एक समय फ्यूल और गोल्ड की मांग घटने से निर्यात के मुकाबले आयात में तेज गिरावट दर्ज हुई, जिससे जून के महीने में ट्रेड सरप्लस देखने को मिला , जो कि 18 साल में पहली बार किसी महीने में दर्ज हुआ ट्रेड सरप्लस था।
सितंबर में सोने के आयात में 53 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है, वहीं मशीनरी और ट्रांसपोर्ट उपकरणों में भी तेज गिरावट दर्ज हुई। घरेलू मांग में गिरावट की वजह से आयात में कमी देखने को मिली। डब्लूटीओ के मुताबिक जून तिमाही में दुनिया भर के व्यापार में 21 फीसदी की कमी देखने को मिली है, वहीं अनुमान दिया है कि पूरे साल में इसमें 9.2 फीसदी की गिरावट दर्ज हो सकती है।