नई दिल्ली। यूरोपीय संघ (ईयू) ने बुधवार को कहा कि वह भारत से सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के और ज्यादा पेशेवरों को अपने यहां अनुमति देने को तैयार है। ईयू ने वैश्विक व्यापार में किसी भी तरह के संरक्षणवाद की निंदा की है। यूरोपीय संघ ने अमेरिका के ट्रंप प्रशासन द्वारा एच1बी वीजा सुविधा में कटौती किए जाने की संभावित पहल को लेकर भारत की परेशानी के बीच यह बात कही है।
- यूरोपीय संसद की विदेश मामलों की एक समिति के प्रतिनिधिमंडल ने भी भारत के साथ गहरे संबंधों पर जोर दिया।
- समिति ने लंबे समय से अटकी पड़ी ईयू-भारत व्यापार एवं निवेश समझौता बातचीत आगे नहीं बढ़ा पाने पर दोनों पक्षों की असफलता पर खेद जताया।
- प्रतिनिधिमंडल ने इस मौके पर अमेरिकी सरकार के संरक्षणवादी रवैये की भी आलोचना की।
- प्रतिनिधिमंडल के मुताबिक अमेरिकी प्रशासन के इस रूख से यूरोप में भी डर पैदा हुआ है।
प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख डेविड मैकएलिस्टर ने कहा कि यूरोप और ज्यादा भारतीय पेशेवरों को अपने यहां अनुमति देने के लिए तैयार है। भारतीय पेशेवरों की काफी मांग है। उन्होंने कहा, जिन लोगों की अच्छी मांग है यूरोप उन्हें लेने के लिए तैयार है। भारतीय पेशेवर काफी कुशल हैं। हमारा आईटी क्षेत्र इतना सफल नहीं होता यदि हमारे पास कुशल भारतीय पेशेवर नहीं होते।