नई दिल्ली। केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने कहा है कि बीते वित्त वर्ष 2020-21 में बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को 90,000 करोड़ रुपये के नुकसान की जो अटकलें चल रही हैं, वे सही नहीं हैं। मंत्रालय ने कहा कि नुकसान को ‘जरूरत से ज्यादा बढ़ाकर’ दिखाया जा रहा है। हाल में कुछ इस तरह की खबरें आई थीं जिनमें कहा गया था कि डिस्कॉम को 2020-21 में 90,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मंत्रालय ने कहा कि ये अटकलें रेटिंग एजेंसी इकरा द्वारा बिजली क्षेत्र पर मार्च, 2021 में प्रकाशित रिपोर्ट के बाद शुरू हुई थीं। मंत्रालय ने बुधवार को बयान में कहा कि इस रिपोर्ट में 2018-19 में 50,000 करोड़ रुपये का नुकसान दिखाया गया है। वहीं 2019-20 में नुकसान के बढ़कर 60,000 करोड़ रुपये पर पहुंचने का उल्लेख रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट में इसी आधार पर 2020-21 में डिस्कॉम के कुछ नुकसान या घाटे को 90,000 करोड़ रुपये बताया गया है।
मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की अटकलों की वजह 2020-21 में कोविड-19 की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के चलते बिजली की बिक्री में गिरावट को भी माना जा रहा है। रिपोर्ट में मार्च, 2020 से दिसंबर, 2020 में डिस्कॉम पर ऋणदाताओं के बकाये में 30,000 करोड़ रुपये की वृद्धि का भी उल्लेख किया गया है। मंत्रालय ने कहा 30,000 करोड़ रुपये की यह वृद्धि नकदी प्रवाह की समस्या है। इसे सीधे डिस्कॉम के नुकसान में जोड़ लिया गया है। मंत्रालय ने कहा कि इकरा के इसी तरह के त्रुटिपूर्ण अनुमान की वजह से नुकसान के आंकड़े को 90,000 करोड़ रुपये पर पहुंचा दिया गया है, जो काफी बढ़ाकर दिखाया गया लगता है।