मुंबई। निजी क्षेत्र की बिजली कंपनी एस्सार पावर अपने ऋण के बोझ को कम करने के लिए गुजरात के अपने गैस आधारित दो संयंत्रों को बेचने पर विचार कर रही है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। कंपनी पर कुल मिलाकर 20,369 करोड़ रुपए का कर्ज का बोझ है।
एस्सार पावर के मख्य वित्त अधिकारी आलोक नागपाल ने कहा, हम अपनी संपत्तियों के मौद्रिकरण के लिए सभी विकल्पों का आकलन कर रहे हैं। हम गुजरात में अपने दो कैप्टिव गैस आधारित संयंत्रों की बिक्री पर विचार कर रहे हैं। कंपनी के दो कैप्टिव गैस आधारित संयंत्र गुजरात के हजीरा में है। इनकी क्षमता 500 मेगावाट और 515 मेगावाट की है। ईंधन की कमी की वजह से ये संयंत्र फिलहाल बंद हैं।
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हजीरा में 500 मेगावाट का भंदर संयंत्र 2006 में शुरू हुआ था और इसने अक्तूबर, 2008 में पूर्ण वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया था, लेकिन ईंधन के उंचे मूल्य की वजह से कंपनी ने तीन साल पहले संयंत्र को बंद कर दिया था। 515 मेगावाट की एस्सार पावर हजीरा ने एस्सार स्टील तथा गुजरात उर्जा विकास निगम के साथ बिजली खरीद करार किया था। इसे अक्तूबर, 1997 में चालू किया गया था। नागपाल ने कहा कि दोनों ही संयंत्र तैयार हैं और ईंधन आपूर्ति मिलने के बाद इनका परिचालन शुरू किया जा सकता है। हम इन संयंत्रों की बिक्री पर विचार कर रहे हैं। हम अभी इसका मूल्यांकन कर रहे हैं और इसमें कुछ समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि खरीदार के लिए सबसे बड़ा फायदा यह है कि ईंधन मिलने के बाद इसका परिचालन तत्काल शुरू किया जा सकता है।
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