हैदराबाद: केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) चालू वित्त वर्ष में 6000 करोड़ रुपये से अधिक शेयर बाजार में निवेश कर सकता है। हालांकि मंत्री ने कहा कि इस बारे में केंद्रीय न्यासी बोर्ड अगली बैठक में अंतिम निर्णय करेगा। पिछले साल ईपीएफओ ने एसमइआई म्यूचुअल फंड के दो सूचकांक से जुड़े ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) एक बीएसई सेंसेक्स और दूसरा एनएसई निफ्टी से जुड़े में निवेश किया था।
दत्तात्रेय ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ईटीएफ में निवेश पिछले साल से बढ़ सकता है क्योंकि अगर अल्पकाल में लाभ नहीं भी होता है तो दीर्घकाल में इससे अच्छा रिटर्न मिलेगा। पिछले वर्ष हमने 6,000 करोड़ रुपए निवेश किए थे। इस साल हम अधिक निवेश कर सकते हैं। बैंक अधिकारियों, निवेश प्रबंधकों और बीएसई तथा एनएसई के अधिकारियों के साथ इस पर चर्चा हुई है।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने पिछले साल ईपीएफओ के लिए नया निवेश प्रतिरूप अधिसूचित किया था। इसके तहत कोष का न्यूनतम 5.0 तथा अधिकतम 15 प्रतिशत इक्विटी या इक्विटी संबंधित निवेश योजनाओं में निवेश की अनुमति दी थी। मंत्री ने कहा कि हालांकि ईपीएफओ प्रबंधन ने पिछले वर्ष में ईटीएफ में जुड़ने वाली नई जमा राशि का 5.0 प्रतिशत ईटीएफ में निवेश का फैसला किया।
उन्होंने कहा, हमारे मंत्रालय ने निवेश प्रदर्शन पर रिपोर्ट तैयार की है। हम उस रिपोर्ट का भी अध्ययन करेंगे। उस रिपोर्ट के आधार पर हम यह निर्णय करेंगे कि ईटीएफ में कितना निवेश करना है और कितना सार्वजनिक उपक्रमों के शेयरों में। हम यह निर्णय करेंगे शेयर बाजारों में निवेश बढ़ाना है या नहीं और अगर हां तो कितना। दत्तात्रेय ने कहा कि पेंशन निकाय ने अबतक सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों के शेयरों में 5,800 करोड़ रुपये निवेश किया है।
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