नई दिल्ली। मारुति सुजूकी के मानेसर कारखाने में एक कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है। कंपनी ने कहा है कि वह अन्य संभावित मामलों का पता लगा रही है लेकिन इस वजह से कारोबार पर किसी प्रकार का असर पड़ने से कंपनी ने इनकार किया है। मारुति के प्रवक्ता ने कहा कि मानेसर प्लांट में लॉकडाउन की वजह से 50 दिन बाद 12 मई को दोबारा काम शुरू किया था।
मारुति के प्रवक्ता ने कहा कि मानेसर प्लांट का एक कर्मचारी 22 मई को कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है। यह कर्मचारी अंतिम बार प्लांट में 15 मई को आया था तब उसका स्वास्थ्य सामान्य था। इसके बाद उसका रिहायशी इलाका कंटेनमेंट जोन में आ गया और तब से वह काम पर नहीं आ रहा था। प्रवक्ता ने बताया कि जिला प्रशासन ने बताया है कि कर्मचारी अस्पताल में भर्ती है और उसकी स्थिति स्थिर है। प्रवक्ता ने कहा कि मारुति सुजुकी अपने संक्रमित कर्मचारियों को चिकित्सा मदद और अन्य समर्थन उपलब्ध करवा रही है।
कंपनी अब कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग कर रही है और उसने उन सभी कर्मचारियों से होम आइसोलेशन में जाने का अनुरोश किया है, जो उक्त कर्मचारी के संपर्क में आए थे। कंपनी ने कार्यस्थल पर संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए एक मजबूत और सावधानीपूवर्क निर्मित मानक परिचालन प्रक्रिया को लागू किया है। इसके अलावा एक कोविड-19 टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है, जो कंपनी में मानक परिचालन प्रक्रिया का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करती है।
मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने गुरुग्राम प्लांट में 18 मई से काम शुरू किया था। मानेसर और गुरुग्राम दोनों प्लांट की संयुक्त स्थापित क्षमता 15.5 लाख वाहन प्रति वर्ष है। गुरुग्राम प्लांट में एस-क्रॉस, विटारा ब्रेजा, इग्निस और सुपर कैरी जैसे वाहन बनाए जाते हैं। मानेसर प्लांट में सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल जैसे अल्टो, स्विफ्ट, डिजायर, एस-प्रेसो, अर्टिगा और बलेनो बनाए जाते हैं।