नई दिल्ली। भारत की पहली सावर्जनिक रूप से सूचीबद्ध एम्बेसी ऑफिस पार्क आरईआईटी ने बेंगलुरु स्थित एम्बेसी टेकविलेज बिजनेस पार्क की आस्तियों को खरीदने की घोषणा की है। यह बिजनेस पार्क 92 लाख वर्ग फुट में फैला है। एम्बेसी स्पॉन्सर, ब्लैकस्टोन स्पॉन्सर और अन्य विक्रेता हिस्सेदारों से कुल 9,782 करोड़ रुपये में यह सौदा किया गया है। अभी इसे यूनिटधारक और विनियामक स्वीकृति मिलनी बाकी है।
इस अधिग्रहण के अंतर्गत समग्र ईटीवी कैंपस के भीतर लगभग 61 लाख वर्ग फुट (एमएसएफ) का पूर्ण निर्मित क्षेत्र, लगभग 31 लाख वर्ग फुट निर्माणाधीन क्षेत्र (इसमें से 36% जगह जेपी मॉर्गन द्वारा पहले ही पट्टे पर लिया जा चुका है) और प्रस्तावित 518 कमरों वाला हिल्टन होटल सम्मिलित है। एम्बेसी आरईआईटी इस परिसंपत्ति के अधिग्रहण हेतु आरओएफओ के समझौते के तरह अपने अधिकार का प्रयोग करेगी।
एम्बेसी आरईआईटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, माइक हॉलैंड ने कहा कि एम्बेसी टेकविलेज के प्रस्तावित अधिग्रहण के साथ हमारे वर्तमान ऑफिस पोर्टफोलियो में एक और शानदार परिसंपत्ति जुड़ेगी। साथ ही हमारे सुदृढ़ नकद प्रवाह में और मजबूती आएगी। ईटीवी बेंगलुरु के आउटर रिंग रोड उप-बाज़ार में एक अद्वितीय विशाल बिजनेस पार्क है। इसके कब्जाधारकों में जेपी मॉर्गन, सिस्को, सोनी और फ्लिप्कार्ट सहित विविध प्रकार की ब्लू-चिप और बहुराष्ट्रीय कंपनियां शामिल हैं। इस अधिग्रहण के साथ भारत के सबसे व्यस्त ऑफिस मार्केट, बेंगलुरु में हमारी पकड़ और मजबूत होगी और सन्निहित वृद्धि प्रदान करने के हमारे पैमाने और क्षमता में काफी वृद्धि होगी।
एम्बेसी ग्रुप के चेयरमैन और संस्थापक, जीतेन्द्र वीरवानी ने कहा कि हमें आरओएफओ पाइपलाइन के माध्यम से आरईआईटी प्लेटफॉर्म की वृद्धि में सहयोग करने का अपना वचन पूरा करते हुए खुशी हो रही है। एम्बेसी टेकविलेज आरओएफओ हमारी उस वचनबद्धता की पुनः पुष्टि करता है जो हमने आरईआईटी के सूचीकरण के समय पूर्ण निर्मित और भाड़ा देने वाली परिसपत्तियों के लिए अवसरों के प्रवाह के साथ एम्बेसी आरईआईटी के लिए व्यक्त की थी। विगत छः वर्षों में एम्बेसी ग्रुप ने ईटीवी को देश में सबसे बढ़िया ऑफिस परिसंपत्तियों में से एक के रूप में विकसित किया है। हमें आरईआईटी प्रबंधक और यूनिटधारकों के स्वतंत्र निदेशकों द्वारा विचार और स्वीकृति हेतु इस परिसंपत्ति को आरईआईटी के हवाले करने में खुशी हो रही है।
आरईआईटी इस लगभग 9872 करोड़ रुपये के अधिग्रहण के लिए लगभग 3700 करोड़ रुपये के संस्थागत नियोजन और लगभग 2300 करोड़ रुपये के तृतीय पक्ष विक्रेता हिस्सेदारों को यूनिटों के अधिमान्य निर्गम के द्वारा लगभग 6000 करोड़ रुपये की इक्विटी जारी करने का प्रस्ताव किया है। यूनिटों के प्रस्तावित नियोजन से आरईआईटी के पब्लिक फ्लोट बढ़ने, इसके तरलता में सुधार होने और अतिरिक्त मानक वैशिक इक्विटी सूचकांक में आरईआईटी के संभावित समावेशन के लिए उत्प्रेरक का काम करने की उम्मीद है। आरईआईटी ने मौजूदा ईटीवी ऋण सुविधाओं में इक्विटी और नए कूपन वाले ऋण के निर्गन के संयोजन के माध्यम से लगभग 3600 करोड़ रुपये तक पुनर्वित्तीयन की भी योजना बना रही है।