नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक चिप कंपनी HSMC ने आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल की भारत में स्थानीय खरीद जरूरतों को तीन-चार साल में पूरा करने की पेशकश की है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनी एप्पल अपने अत्याधुनिक उत्पादों के लिए इस तरह की अनिवार्यता के खिलाफ लॉबिंग कर रही है।
हिंदुस्तान सेमीकंडक्टर मैन्युफेक्चरिंग कॉरपोरेशन (HSMC) ने कहा, हमें एप्पल जैसे ग्राहकों की जरूरत है। अगर एपल 30 फीसदी कलपुर्जे भारत से खरीदने का फैसला करती है तो 3-4 साल में ही सेमीकंडक्टर फेब तैयार हो जाएगी और उसकी जरूरत के लिए चिप उपलब्ध कराएगी।
HSMC यूरोप की सेमीकंडक्टर कंपनी एसटीमाइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स तथा सिलटेरा मलेशिया एसडीएन बीएचडी के साथ मिलकर भारत का एकमात्र इलेक्ट्रॉनिक चिप कारखाना लगा रही है। इसमें वह लगभग 29,000 करोड़ रुपए निवेश कर रही है। उल्लेखनीय है कि स्मार्ट उपकरणों में इलेक्ट्रॉनिक चिप की बड़ी लागत होती है।
एप्पल ने भारत में एकल ब्रांड खुदरा स्टोर स्थापित करने के लिए प्रस्ताव सरकार को दिया है लेकिन स्थानीय खरीद नियमों से छूट देने की मांग की है। वित्त मंत्रालय ने एपल के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। हालांकि वाणिज्य मंत्रालय का मानना है कि उच्च प्रौद्योगिकी उत्पादों के लिए 30 फीसदी स्थानीय खरीद नियम में छूट दी जा सकती है। HSMC के कार्यकारी ने कहा, एप्पल की जरूरतों को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा सकता है बशर्ते वह भारत से खरीद की प्रतिबद्धता जताए।
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