नयी दिल्ली। देश में बिजली की खपत अक्टूबर के पहले पखवाड़े में 11.45 प्रतिशत बढ़कर 55.37 अरब यूनिट पर पहुंच गई। सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों में सुधार से बिजली के उपभोग का आंकड़ा सुधरा है। पिछले साल अक्टूबर में पूरे माह में बिजली की खपत 97.84 अरब यूनिट रही थी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल अक्टूबर के पहले पखवाड़े के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सालाना आधार पर माह के दौरान बिजली खपत में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज होगी।
उन्होंने कहा कि पहले पखवाड़े में बिजली की खपत 10 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है जिससे पता चलता है कि लॉकडाउन में अंकुशों में ढील के बाद बिजली की वाणिज्यिक और औद्योगिक मांग में उल्लेखनीय सुधार आया है। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने 25 मार्च को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया था। उसके बाद मार्च से बिजली की खपत में गिरावट शुरू हो गई थी। कोविड-19 की वजह से पैदा हुई परिस्थितियों के चलते मार्च से अगस्त तक लगातार छह माह तक बिजली का उपभोग प्रभावित हुआ था।
सालाना आधार पर मार्च में बिजली की खपत 8.7 प्रतिशत घटी थी। उसके बाद अप्रैल में इसमें 23.2 प्रतिशत, मई में 14.9 प्रतिशत, जून में 10.9 प्रतिशत, जुलाई में 3.7 प्रतिशत और अगस्त में 1.7 प्रतिशत की गिरावट आई थी। फरवरी में बिजली की खपत 11.73 प्रतिशत बढ़ी थी। सितंबर में छह महीने बाद बिजी की खपत 4.6 प्रतिशत बढ़कर 112.43 अरब यूनिट रही थी।
सितंबर, 2019 में यह आंकड़ा 107.51 अरब यूनिट रहा था। इससे पहले इसी महीने बिजली तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा था, ‘‘सितंबर में हमारी बिजली की मांग सितंबर, 2019 से अधिक रही है। ऐसे में बिजली की मांग में वृद्धि शुरू हो गई है। कोविड-19 की वजह से पैदा हुई अड़चनों के बावजूद हमारी बिजली की मांग और खपत सुधर रही है।’’