नई दिल्ली। त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के विधानसभा चुनावों की घोषणा से ठीक 2 दिन पहले अपनी इटली में अपनी नानी से मिलने गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनाव नतीजों से बड़ा झटका लगा है। तीनों राज्यों के ताजा रुझानों के मुताबिक कांग्रेस की कहीं भी सरकार बनती नहीं दिख रही है। त्रिपुरा और नागालैंड में तो कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पायी है और मेघालय में वह सरकार बनाने से बहुत दूर है
त्रिपुरा में कांग्रेस का नाम भी नहीं
शाम 5 बजे तक आए नतीजों के मुताबिक त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन चुकी है। 25 साल तक तक वहां चली लेफ्ट की सरकार को भी मोदी लहर के सामने हटना पड़ा है। त्रिपुरा में कुल 59 सीटों में से 43 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी दल जीते हैं और सिर्फ 16 सीटों पर लेफ्ट के उम्मदवारों की जीत हुई है। कांग्रेस का एक भी उम्मीदवार त्रिपुरा में नहीं जीत पाया है, कांग्रेस को 2 प्रतिशत से भी कम वोट मिला है।
नागालैंड में भी कांग्रेस का सूपड़ा साफ
नागालैंड में भी सभी 60 सीटों के नतीजे आ चुके हैं और 31 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के उम्मीदवार जीते हैं जबकि 24 सीटों पर एनपीएफ के उम्मीदवारों की जीत हुई है। 5 सीटों पर अन्य दलों के उम्मीदवार जीते हैं लेकिन कांग्रेस को यहां भी कोई सीट नहीं मिल पायी है।
मेघालय में कांग्रेस सरकार बनाने से दूर!
मेघालय की 59 सीटों में से कांग्रेस के उम्मीदवार 21 सीटों पर जीते हैं जबकि एनपीपी 19, भारतीय जनता पार्टी के 2 और अन्य दलों के उम्मीदवार 17 सीटों पर आगे हैं। कांग्रेस यहां पर सबसे बड़ी पार्टी बनकर जरूर उभरी है लेकिन सरकार बनाती हुई नहीं दिख रही है, मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा बनती हुई दिखाई दे रही है।
2 दिन पहले ही राहुल गांधी ने ट्विटर पर जानकारी दी थी कि वह होली का त्योहार मनाने के लिए अपनी 93 वर्षीय नानी के घर जा रह हैं। उन्होंने लिखा था कि अपनी यात्रा से अपनी नानी को ‘सरप्राइज’ देंगे, लेकिन ऐसा लग रहा है कि तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों ने राहुल गांधी को ही सरप्राइज दिया है।