नई दिल्ली। प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट ने मानसून को लेकर अपना पहला अनुमान जारी कर दिया है। इसके मुताबिक 2014-15 की तरह इस साल भी देश में सामान्य से कम बारिश होगी। स्काईमेट के मुताबिक अल-नीनो का प्रभाव बढ़ने के कारण इस साल सामान्य मॉनसून की 50 फीसदी की उम्मीद है। एजेंसी के अनुसार गुजरात, मध्य महाराष्ट्र कर्नाटक और तमिलनाडु के साथ केरल में भी कम बारिश होने की संभावना है। वहीं मुंबई में भी कम बारिश की आशंका है।
स्काईमेट का पहला अनुमान
स्काईमेट के मुताबिक इस साल जून से सितंबर के दौरान सामान्य के मुकाबले 95 फीसदी बारिश का अनुमान है। जून में सामान्य के मुकाबले 102 फीसदी, जुलाई में 94 फीसदी और अगस्त में 93 फीसदी बारिश हो सकती है। सितंबर में सामान्य के मुकाबले 96 फीसदी बारिश होने की संभावना है।
सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जीरो
स्काईमेट के अनुमान के मुताबिक इस साल ज्यादा बारिश होने की संभावना जीरो फीसदी है। वहीं, सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान 10 फीसदी है। इसके अलावा सामान्य बारिश की संभावना 50 फीसदी है। जबकि सामान्य से कम बारिश होने की संबावना 25 फीसदी है। इतना ही नहीं देश सूखे की संभावना 15 फीसदी है।
स्काईमेट के वरिष्ठ वैज्ञानिक महेश पलावत ने कहा कि इस साल अगस्त और सितंबर में अल-नीनो प्रभाव अधिक देखने को मिलेगा। इसके कारण मानसून सीजन में कम बारिश हो सकती है। पलावत ने बताया कि पिछली बार साल 2014-15 में भी अल-नीनो की वजह से लगातार दो साल तक मानसून सीजन में सामान्य से कम बारिश हुई थी।