नई दिल्ली। मई के महीने में आठ कोर सेक्टर का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 16.8 प्रतिशत बढ़ गया है। 2020 मई में लॉकडाउन के दौरान निचले स्तर पर रहे उत्पादन के आंकड़ों की वजह से मई 2021 में ये तेजी देखने को मिली है। इसके साथ ही कोयला, प्राकृतिक गैस, रिफायनरी प्रोडक्ट, स्टील, सीमेंट और बिजली उत्पादन में आई बढ़त का भी असर रहा है। आठ कोर सेक्टर में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में आठों कोर सेक्टर की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत है।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के आर्थिक सलाहकार कार्यालय के द्वारा जारी आंकड़े इस प्रकार है।
कोयला- मई 2020 की तुलना में मई 2021 में मासिक कोयला उत्पादन में 6.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। कोर सेक्टर में कोयले का वेटेज 10.33 प्रतिशत है।
कच्चा तेल- मई 2020 की तुलना में मई 2021 में मासिक कच्चे तेल का उत्पादन 6.3 प्रतिशत कम हो गया। कच्चे तेल की कुल कोर सेक्टर में हिस्सेदारी 8.98 प्रतिशत है।
प्राकृतिक गैस- मई 2020 की तुलना में मई 2021 में मासिक प्राकृतिक गैस उत्पादन 20.1 प्रतिशत बढ़ गया। प्राकृतिक गैस की कोर सेक्टर में 8.98 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद- मई 2020 की तुलना में मई 2021 में मासिक पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन में 15.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। कोर सेक्टर में पेट्रोलियम रिफाइनरी की हिस्सेदारी 28.04 प्रतिशत है।
फर्टिलाइजर: मई 2020 की तुलना में मई 2021 में फर्टिलाइजर उत्पादन में 9.6 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।
इस्पात- मई 2021 की तुलना में मई 2021 में मासिक इस्पात उत्पादन में 59.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। कोर सेक्टर में इस्पात की हिस्सेदारी 17.92 प्रतिशत है।
सीमेंट- मई 2020 की तुलना में मई 2020 में मासिक सीमेंट उत्पादन में 7.9 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गई। कोर सेक्टर में सीमेंट की हिस्सेदारी 5.37 प्रतिशत है।
बिजली- मई 2020 की तुलना में मई 2021 में मासिक बिजली उत्पादन में 7.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। कोर सेक्टर में बिजली की हिस्सेदारी 19.85 प्रतिशत है।