नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जल्द शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ इंटरपोल गिरफ्तारी वारंट हासिल करने का प्रयास करेगा। मुंबई की एक अदालत ने सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में माल्या के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। इसके आधार पर प्रवर्तन निदेशालय इंटरपोल गिरफ्तारी वारंट हासिल करने का प्रयास करेगा। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी जल्द सीबीआई के नोडल कार्यालय के जरिए इंटरपोल को पत्र लिखकर माल्या के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी करने को कहेगा। माल्या 2 मार्च को भारत से बाहर चले गए थे। समझा जाता है कि फिलहाल वह ब्रिटेन में हैं।
अधिकारियों ने कहा कि गैर जमानती वारंट बिना तारीख का है और एजेंसी इस बारे में तय प्रक्रियाओं के हिसाब से कार्रवाई करेगी। इसके तहत संबंधित व्यक्ति को इसे भेजना होता और उसकी ओर से कोई जवाब न आने पर इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने को कहा जाता है। गौरतलब है कि आईडीबीआई बैंक के 950 करोड़ रुपए के कर्ज के मामले में धोखाधड़ी से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के पहलुओं की जांच के सिलसिले में एक विशेष अदालत ने माल्या की गिरफ्तारी के लिए बिना अंतिम तारीख का वारंट जारी किया।
मनी लॉन्ड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) अदालत ने इसके साथ ही संकटग्रस्त किंगफिशर एयरलाइंस की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दावों को चुनौती देने के लिए अलग से जारी अर्जी भी खारिज कर दी। ईडी ने दावा किया है कि आईडीबीआई से प्राप्त 950 करोड़ रुपए के लोन में से 430 करोड़ रुपए को गैरकानूनी तरीके से निकालकर उससे विदेश में संपत्तियां खरीदी गईं। किंगफिशर ने ईडी के दावे को असत्य बताया है।