मुंबई। बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस के चेयरमैन विजय माल्या को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आईडीबीआई कर्ज धोखाधड़ी मामले में तलब किया है। वहीं, पूर्व चीफ फाइनेंस ऑफिसर (सीएफओ) ए रघुनाथन निदेशालय के सामने हाजिर हुए। उन्हें इस एयरलाइन को आईडीबीआई बैंक से मिले 900 करोड़ रुपए का कर्ज नहीं चूकने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में पूछ-ताछ के लिए तलब किया गया था। निदेशालय ने आईडीबीआई बैंक और विजय माल्या के नेतृत्व वाली किंगफिशर एयरलाइंस के छह से अधिक कर्मचारियों को सम्मन जारी किए हैं। उन्हें अपने पिछले पांच साल के वित्तीय ब्योरे और आयकर रिटर्न पेश करने को कहा गया है।
विजय माल्या को किया तलब
प्रवर्तन निदेशालय ने आईडीबीआई कर्ज धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग संबंधी जांच के संबंध में विजय माल्या को तलब किया है। निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा, हमने रघुनाथन को बुलाया था और शुक्रवार सुबह वह पूछ-ताछ के लिए पेश हुए। उन्होंने कहा, उनसे पूछताछ महत्वपूर्ण है ताकि विभिन्न वित्तीय सौदों के संबंध में जानकारी मिल सके क्योंकि उनमें से कई रघुनाथन के व्यक्तिगत अधिकार क्षेत्र के हैं। अधिकारी के मुताबिक एसएफआईओ के सामने पिछले महीने अपने बयान में रघुनाथ ने किंगफिशर के वित्तीय संकट के लिए माल्या को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वह उनके अधीन काम करते थे। इस मामले में आईडीबीआई के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक योगेश अग्रवाल को भी सम्मन जारी किया गया है।
ईडी ने माल्या पर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला किया दर्ज
निदेशालय ने पिछले साल सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर माल्या और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। एजेंसी किंगफिशर एयरलाइंस के वित्तीय ढांचे की भी जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कोई रिश्वत तो नहीं दी गई। निदेशालय ने सीबीआई की शिकायत में दर्ज माल्या और अन्य खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग निवारक अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।