नई दिल्ली। ईडी ने आज पीएमसी बैंक फ्रॉड मामले में कार्रवाई करते हुए मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत नई दिल्ली में स्थित तीन अचल संपत्ति को अटैच कर लिया। इन तीन संपत्तियों का कुल बाजार मूल्य 100 करोड़ रुपये आंका गया है। ये संपत्तियां 3 होटल हैं जिनका स्वामित्व Libra Realtors, Deewan Realtors, राकेश कुमार वाधवान और Libra Hotels और उसके डायरेक्टर्स के पास है।
जांच से पता चला है कि मेसर्स लिब्रा रियल्टर्स, दीवान रियल्टर्स द्वारा पीएमसी बैंक से कर्ज के रूप में गलत तरीके से कुल 247 करोड़ रुपये लिए गए थे। ये कर्ज एचडीआईएल ग्रुप कंपनियों के द्वारा बैंक से लिए गए 6117 करोड़ रुपये के कर्ज का हिस्सा है। ईडी फिलहाल पीएमसी बैंक को गलत तरीके से 4335 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने और इससे जुड़े घोटाले के मामले की जांच कर रहा है। संपत्ति इसी मामले में अटैच की गई है।
इससे पहले आरोपी राकेश कुमार वाधवान और वाधवान फैमिली ट्रस्ट से जुड़े 193 करोड़ रुपये मूल्य के एसेट्स भी अटैच किए गए थे। वहीं 63 करोड़ रुपये मूल्य के जेवरात भी सीज किए गए हैं। इस मामले में राकेश कुमार वाधवान और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज हो चुकी है। वहीं राकेश और उसके बेटे को 17 अक्टूबर 2019 को गिरफ्तार कर लिया गया था फिलहाल वो न्यायिक हिरासत में हैं। फिलहाल ईडी आगे की जांच कर रही है।
पीएमसी बैंक घोटाले में कई डमी अकाउंट की मदद से करोड़ों रुपये का घपला किया गया है। जांच के मुताबिक मैनेजमेंट के कुछ लोगो ने बैंक के कुल कर्ज का काफी बड़ा हिस्सा सिर्फ एक कंपनी को दिया जो कि बाद में दिवालिया घोषित हो गई। ऐसे में ये बैंक खुद भी दीवालिया हो गया। जिसके बाद रिजर्व बैंक ने इसके कामकाज पर रोक लगाते हुए जमाकर्ताओं के पैसे निकालने पर भी सीमा तय कर दी थी।