नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुजरात की फार्मास्यूटिकल कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी और धन शोधन जांच के तहत बुधवार को 9 हजार करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली है।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने कंपनी की विभिन्न देशों में मौजूद संपत्तियों को जब्त किया है। जिसमें नाइजीरिया में तेल रिग, पोत, एक कारोबारी विमान और लंदन में एक आलीशान फ्लैट शामिल है। ईडी पहले इस मामले में 4730 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर चुकी है।
ईडी ने कहा कि एजेंसी ने धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत संपत्ति जब्त करने के लिए अस्थायी आदेश जारी किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ज्यादातर विदेशों में स्थित संपत्ति सहित कुल 9,778 करोड़ रुपए कीमत की संपत्ति जब्त की गई है जो एजेंसी द्वारा जारी अब तक की सबसे बड़ी संपत्ति जब्ती है। एजेंसी ने एक बयान में कहा कि नाइजीरिया में ‘ओएमएल 143’ नाम का तेल क्षेत्र और चार तेल रिग, पनामा में पंजीकृत चार पोत, अमेरिका में पंजीकृत एक ‘गल्फस्ट्रीम’ विमान और लंदन में स्थित एक आवासीय फ्लैट को जब्त किया गया है।
एजेंसी ने एसबीएल समूह, संदेसारा बंधुओं (चेतन जयंतीलाल संदेसारा और नितिन जयंतीलाल संदेसारा) और अन्य के खिलाफ अगस्त 2017 में धनशोधन का एक मामला दर्ज किया था। इसके कुछ ही दिनों पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो ने इन सभी के खिलाफ 5,700 करोड़ रुपये के कथित बैंक धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज किया था। वडोदरा स्थित फार्मा कंपनी पर 8100 करोड़ रुपए की बैंक लोन में धोखाधड़ी करने का आरोप है और इसके मुख्य प्रमोटर नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा फरार हैं।
मुंबई की कंपनी पर छापेमारी, जमीन कुर्क
नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित रूप से 2,600 करोड़ रुपये से अधिक के बैंक ऋण धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग मामले में मुंबई की एल्युमीनियम रोल्ड विनिर्माण कंपनी के कई परिसरों पर बुधवार को छापेमारी की। एजेंसी ने कहा कि निदेशालय ने पारेख एल्युमिनक्स लि. के 10 परिसरों पर छापेमारी। कंपनी के खिलाफ धन शोधन रोधक कानून (पीएमएलए) के तहत आपराधिक शिकायत दर्ज होने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
ईडी ने हैदराबाद के बाहरी इलाके में कंपनी की 47.39 एकड़ जमीन की कुर्की का शुरुआती आदेश भी जारी किया है। जमीन के इस टुकड़े की कीमत 46.97 करोड़ रुपये है। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि एल्युमीनियम फॉयल कंटेनर और रोल्स बनाने वाली कंपनी ने कथित रूप से इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) तथा अन्य के साथ 2,297 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। साथ ही कंपनी ने फेडरल बैंक और एक्सिस बैंक को 390 करोड़ रुपये का चूना लगाया है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कंपनी के खिलाफ छह आपराधिक प्राथमिकी दर्ज की हैं। वहीं मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भी इसी तरह की शिकायत दर्ज की है।