नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक्सिस बैंक के अधिकारियों के साथ सांठगाठ में कथित रूप से नोट बदलने से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग जांच में अब तीसरी गिरफ्तारी की है। ईडी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) राजीव कुशवाहा को गिरफ्तार किया है। कुशवाहा को मनी लॉन्ड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कुशवाहा की पहचान एजेंसी ने तीन में से एक एंट्री ऑपरेटर के रूप में की है। वह इस मामले में सहयोग नहीं कर रहे थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। सूत्रों ने कहा कि कुशवाहा को आगे की हिरासत के लिए स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा।
जानिए क्या है पूरा मामला
- एजेंसी ने इसी मामले में 4 दिसंबर को एक्सिस बैंक की कश्मीरी गेट शाखा के दो प्रबंधकों को गिरफ्तार किया था।
- यह मामला सबसे पहले दिल्ली पुलिस ने पकड़ा था।
- पुलिस ने 3.7 करोड़ रुपए के पुराने नोटों के साथ तीन लोगों को पकड़ा था।
- प्रवर्तन निदेशालय ने 30 नवंबर को इस मामले में पीएमएलए के तहत आपराधिक मामला दायर किया था।
- जांच में यह तथ्य सामने आया कि आरटीजीएस के जरिए भारी राशि छोटी मुखौटा कंपनियों को स्थानांतरित की गई।
- इनमें ऐसी कंपनी का एक निदेशक छोटा सा श्रमिक था जो अन्ना नगर झोपड़पट्टी में रह रहा है।
- इसके अलावा अन्य मुखौटा कंपनियों के निदेशक भी काफी कमजोर हैसियत के हैं।