कोझिकोड। यूपीए सरकार में आई मनरेगा का मसौदा पेश करने वाले जाने माने अर्थशास्त्री जयां द्रेज ने शहरों में भी मनरेगा जैसी स्कीम शुरू करने की वकालत की है। जयां द्रेज ने गरीबी की समस्याओं को दूर करने के प्रयासों के तहत शहरी रोजगार गारंटी योजना की जोरदार वकालत की है।
पढ़ें- भारत के सभी बैंकों के लिए आ गई ये सिंगल एप, ICICI बैंक ने किया कमाल
पढ़ें- ATM मशीन को बिना छुए निकाल सकते हैं पैसा, इस सरकारी बैंक ने शुरू की सुविधा
जयां द्रेज ने कहा कि खासतौर से कोविड-19 महामारी के प्रकोप के चलते ऐसा करना जरूरी है। उन्होंने यह सुझाव गुरुवार को आयोजित तीन दिवसीय लैंगिंग समानता पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीजीई-दो 2021) में दिया, जिसका आयोजन यूएन वुमेन के साथ मिलकर केरल सरकार के महिला और बाल विकास विभाग ने किया था। इस योजना को उन्होंने विकेन्द्रीकृत शहरी रोजगार और प्रशिक्षण (डीयूईटी) नाम दिया और कहा कि इसका उपयोग शहरों और कस्बों में सार्वजनिक स्थानों, जैसे शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, बस और रेलवे स्टेशनों की साफ-सफाई जैसे कामों के लिए किया जा सकता है।
पढ़ें- SBI ग्राहकों के लिए बुरी खबर! बैलेंस न होने पर ट्रांजेक्शन हुआ फेल, तो लगेगा इतना 'जुर्माना'
पढ़ें- SBI ग्राहक घर बैठे बदल सकते हैं नॉमिनी का नाम, ये है तरीका
द्रेज ने कहा कि डीयूईटी के तहत कम से कम एक तिहाई नौकरियां महिलाओं को दी जा सकती है और सुझाव दिया कि फर्जी कर्मचारियों के रूप में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए नियोक्ताओं को नकद लाभ उपलब्ध कराने की जगह जॉब स्टैंप जारी करने चाहिए। उन्होंने केरल सरकार से इन सुझावों को पायलट आधार पर शुरू करने के लिए कहा।