नई दिल्ली। शेयर बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक और मुद्रास्फीति जैसे बड़े आर्थिक आंकड़े आगामी सप्ताह में शेयर बाजार की दिशा को निर्धारित करेंगे। छुट्टियों के कारण कम आगामी सप्ताह कारोबारी सत्र अपेक्षाकृत कम होंगे। इसके अलावा विदेशी निवेशकों के निवेश का रख, कच्चे तेल की कीमत और रुपए की स्थिति भी कारोबार की दिशा को तय करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। बाबा साहेब अंबेडकर जयंती के मौके पर गुरुवार को और रामनवमी के मौके पर शुक्रवार को बाजार बंद रहेंगे।
ट्रेड स्मार्ट ऑनलाईन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, बड़े आर्थिक आंकड़े चालू सप्ताह में बाजार की धारणा को तय करेंगे। छुट्टियों के कारण कम कारोबारी सत्र वाले सप्ताह में कारोबार में उतार चढ़ाव रहने की उम्मीद है क्योंकि संस्थापक निवेशकों की ओर से भागीदारी काफी सीमित रहने की उम्मीद है। बाजार के लिए मुख्य कंपनियों के चौथी तिमाही के कार्य परिणामों की घोषणा साबित होगी जिसकी शुरुआत प्रमुख आईटी कंपनी इंफोसिस के कार्य परिणाम की शुक्रवार की घोषणा से होगी। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि आने वाला कार्य परिणामों की घोषणाएं आने वाले सप्ताहों में शेयर बाजार की दिशा को तय करने के लिहाज से जरूरी दिशा निर्धारक साबित होंगे।
प्रमुख बड़े आर्थिक घोषणाओं में मंगलवार को औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) आंकड़े आएंगे और उसी दिन मार्च के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़े भी आएंगे। मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज के मिडकैप रिसर्च के वीपी रवि शेनॉय ने कहा कि छुट्टियों के कारण कम कारोबारी सत्र वाले सप्ताह के दौरान कारोबार हल्का रहेगा और हमें परिणामों की घोषणाओं से संकेत मिलना शुर होगा। पिछले सप्ताह मुनाफावसूली के कारण बीएसई और एनएसई के निफ्टी सूचकांक दो-दो फीसदी की गिरावट के साथ तीन सप्ताह के निम्न स्तर क्रमश: 24,673.84 अंक और 7,555.20 अंक पर गिरावट दर्शाते बंद हुए।