नई दिल्ली। सामान की डिलिवरी समेत ‘लॉजिस्टिक’ सुविधा उपलब्ध कराने वाली ईकॉम एक्सप्रेस अगले कुछ सप्ताह में 30,000 लोगों को त्योहारी मौसम के लिए रोजगार देने की योजना बना रही है। कंपनी के मुताबिक ये रोजगार अस्थायी होंगे। कंपनी ई-वाणिज्य कंपनियों से त्योहारों के दौरान बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिये नये लोगों को नियुक्त करने की योजना बनायी है। कोविड-19 से पहले कंपनी के कर्मचारियों की संख्या करीब 23,000 थी। कंपनी ने ‘लॉकडाउन’ के और उसके बाद बढ़ते ‘ऑनलाइन’आर्डर को पूरा करने के लिये पिछले कुछ महीनों में 7,500 कर्मचारियों को नियुक्त किया। लोग कोविड-19 के बीच किराना सामान, दवा और अन्य वस्तुओं के लिये ई-वाणिज्य का रुख कर रहे हैं। ईकॉम एक्सप्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सौरभ दीप सिंगला ने कहा, ‘‘महामारी ने ई-कॉमर्स उद्योग को एक अलग मुकाम पर पहुंचा दिया है। त्योहारों के दौरान हमारे ई-वाणिज्य ग्राहक काफी आक्रामक योजना बना रहे हैं और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वे मांग को पूरा कर सके। हमने नियुक्तियां शुरू कर दी है। यह प्रक्रिया 10 अक्टूबर तक जारी रहेगी और हम त्योहारों के दौरान 30,000 अस्थायी रोजगार सृजित करने की उम्मीद कर रहे हैं।’’
कंपनी के कार्यबल की संख्या अगस्त में 30,500 थी। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल हमने त्योहारों से पहले 20,000 लोगों को नियुक्त किया था। हालांकि ये रोजगार अस्थायी थे लेकिन इनमें से करीब एक तिहाई स्थायी हुए हैं क्योंकि हम त्योहारों के बाद भी आर्डर में वृद्धि देख् रहे हैं।’’ ई-वाणिज्य कंपनियों का मानना है कि उनके कारोबार का बड़ा हिस्सा त्योहारों के दौरान आएगा और उन्होंने क्षमता बढ़ाने को लेकर बड़ा निवेश किया है ताकि आर्डर का बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जा सके। वालमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट ने आपूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ करने और डिलिवरी क्षमता बढ़ाने को लेकर हाल ही में 50,000 से अधिक किराना दुकानों को जोड़ा है। वहीं अमेजन इंडिया ने पांच केंद्र (विशापत्तनम, फरूखनगर, मुंबई, बेंगलुरू और अहमदाबाद) जोड़ने की घोषणा की। साथ ही अपनी मौजूदा आठ केंद्रों के विस्तार की घोषणा की है। सिंगला ने कहा कि ईकॉम एक्सप्रेस जो नियुक्ति करेगी, वह महानगरों के अलावा छोटे शहरों में भी होगी। कंपनी देश के सुदूर क्षेत्रों में भी सामान की डिलिवरी पर गौर कर रही है, जिसके लिये नियुक्ति छोटे एवं मझोले शहरों में भी की जाएगी।