नई दिल्ली। खड़गपुर और विजयवाड़ा खंड के बीच भारत का तीसरा रेल मालढुलाई गलियारा अगले वर्ष तक तैयार हो जाने की संभावना है। इस पर 44,000 करोड़ रुपये की लागत आने की उम्मीद है। डीएफसीसीआईएल के प्रबंध निदेशक ए के सचन ने यह जानकारी दी है।
इस परियोजना को पूर्वी तटीय गलियारा भी कहा जाता है। इसकी लंबाई 1,114 किमी होगी और यह भारतीय रेलवे की स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना का हिस्सा है। सचन ने कहा, "डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआईएल) ने तीसरे समर्पित माल ढुलाई गलियारा परियोजना को शुरू करने के लिए भारतीय रेलवे को एक प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल, इस प्रस्ताव को 2019-20 के बजट में शामिल करने के लिए वित्त मंत्रालय के समक्ष पेश करेगा।
खड़गपुर-विजयवाड़ा अनुभाग पूर्वी तट के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है। परियोजना को भारतीय रेलवे से इक्विटी और ऋण का इस्तेमाल करके वित्त पोषित किया जाएगा। इस गलियारे में प्रतिवर्ष लगभग 20 करोड़ टन माल ढुलाई होने की उम्मीद है। इसके बारे में वर्ष 2019-20 के बजट प्रस्ताव में घोषणा होने की संभावना है।
डीएफसीसीआईएल मौजूदा वित्तीय वर्ष के अंत तक पश्चिमी गलियारे के 432 किमी और पूर्वी गलियारे के 343 किलोमीटर को परिचालन में लायेगा। इसके एक बार बन जाने के बाद, पश्चिमी और पूर्वी गलियारे पर दिल्ली और मुंबई और दिल्ली और हावड़ा के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जायेगा। एक बार परिचालित होने के बाद, इन गलियारों से रेलवे मालढुलाई की मौजूदा क्षमता 120 करोड़ टन से बढ़कर 200 करोड़ टन हो जायेगी।