मुंबई। बीएसई सेंसेक्स में शामिल कंपनियों का लाभ 2016-17 की पहली तिमाही के दौरान पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले दो फीसदी घट सकता है। दूरसंचार, उर्जा, वाहन और बैंकिंग क्षेत्र की कंपनियों की अगुवाई में यह गिरावट आ सकती है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के मुताबिक बीएसई-30 सूचकांक में शामिल कंपनियों का शुद्ध मुनाफा अप्रैल-जून तिमाही में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले दो फीसदी कम रह सकता है जबकि पिछली तिमाही की तुलना में इसमें छह फीसदी गिरावट आ सकती है। हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार जून 2016 में समाप्त पहली तिमाही के दौरान उर्जा क्षेत्र की कंपनियों को छोड़कर सेंसेक्स की अन्य कंपनियों का कुल लाभ एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले मामूली रुप से 0.9 फीसदी तक बढ़ सकता है। हालांकि, इससे पिछली तिमाही की तुलना में इसमें 6.8 फीसदी की गिरावट आ सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया, बीएसई-30 सूचकांक की कंपनियों का लाभ सालाना आधार पर दो फीसदी और पिछली तिमाही के मुकाबले छह फीसदी घट सकता है। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज द्वारा संकलित आंकड़े के मुताबिक बीएसई-30 सूचकांक में शामिल दूसंचार कंपनियों की लाभ 28.2 फीसदी घटेगा जबकि उर्जा क्षेत्र में 13 फीसीद की गिरावट आ सकती है। इनके अलावा वाहन कंपनियों का लाभ 11.2 फीसदी जबकि बैंकिंग कंपनियों का लाभ 10.4 प्रतिशत घट सकता है। इसके विपरीत यूटिलिटी क्षेत्र की कंपनियों का लाभ 26.8 फीसदी और फार्मा कंपनियों का लाभ 23.6 फीसदी तक बढ़ सकता है।
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