नई दिल्ली। देश में सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों के लिए यह अच्छी खबर है। टोल-प्लाजा पर अपनी बारी का इंतजार ज्यादा देर तक नहीं करना होगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने अगले सप्ताह से टोल-प्लाजा पर वाहनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए देशभर के 275 टोल-प्लाजा पर कैशलेस पेमेंट सिस्टम फास्टैग (FASTag) की शुरुआत करने की योजना बनाई है। भारत में वर्तमान में 350 टोल-प्लाजा हैं। शेष टोल-प्लाजा पर साल के अंत तक फास्टैग को ऑपरेशन कर दिया जाएगा।
फास्टैग यूजर्स को एनएचएआई 10 फीसदी कैश बैक की सुविधा देगा। एक महीने के लिए कैश बैक राशि अगले महीने की शुरुआत में फास्टैग एकाउंट में जमा कर दी जाएगी। ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया तथा आईआईएम कोलकाता के अध्ययन के मुताबिक टोल-प्लाजा पर लगने वाले समय की वजह से सालाना 60,000 करोड़ रुपए का नुकसान होता है।
एनएचएआई ने इस सर्विस के लिए आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक के साथ समझौता किया है। फास्टैग के लिए एकमुश्त 200 रुपए का शुल्क देना होगा और इसे कार की विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाएगा। रएफआईडी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के जरिये इससे जुड़े प्री-पेड एकाउंट से टोल पेमेंट ऑटोमैटिक हो जाएगा। है। इसके साथ ही फास्टैग (स्टीकर) वाले वाहनों को विशेष लेन की सुविधा दी जाएगी ताकि उन्हें रुकना नहीं पड़े। एनएचएआई ने कहा कि फास्टैग की बिक्री 25 अप्रैल से नेशनल हाईवे के कुछ चुनिंदा टोल-प्लाजा के साथ ही सहयोगी बैंकों की ब्रांच में शुरू की जाएगी। इसे चेक या ऑनलाइन पेमेंट के जरिये रिचार्ज किया जा सकता है। इसके लिए न्यूनतम रिचार्ज राशि 100 रुपए है और इसमें अधिकतम 1 लाख रुपए तक का रिचार्ज करवाया जा सकता है। यूजर्स को टोल लेनदेन की जानकारी उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस से मिलेगी।