नई दिल्ली। अब नए मोबाइल कनेक्शन के लिए ई-आधार पत्र या भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की वेबसाइट से डाउनलोड किया हुआ आधार कार्ड एक मान्य पहचान और पते के सबूत का दस्तावेज माना जाएगा। दूरसंचार विभाग ने स्पष्ट किया है कि ई-आधार में उल्लेखित नाम, पता, जन्मतिथि, लिंग इत्यादि की पुष्टि यूआईडीएआई से करने की जिम्मेदारी कनेक्शन बेचने वाले प्रतिनिधि की होगी।
इस साल की शुरुआत में सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक रंजन मैथ्यू और एसोसिएशन ऑफ यूनिफाइड टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स ऑफ इंडिया के महासचिव अशोक सूद ने दूरसंचार विभाग के सामने नए मोबाइल कनेक्शन के लिए ई-आधार को एक मान्य दस्तावेज मानने की बात कही थी।
यह भी पढ़ें- Aam Aadmi Ka Adhikar: आधार बिल लोकसभा से पास, जरूरतमंदों तक पहुंचेगा सब्सिडी का फायदा
जुगनू ने ट्रेनमैन के साथ समझौता किया
एप पर ऑटोरिक्शा की बुकिंग देने वाली कंपनी जुगनू ने ट्रेनमैन के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के बाद ट्रेनमैन का प्रयोग करने वाले रेलवे यात्री अपने पसंदीदा रेलवे स्टेशन से ऑटो रिक्शा की बुकिंग करने में सक्षम होंगे। कंपनी ने यहां एक बयान में कहा कि यह सुविधा ट्रेनमैन के प्रयोगकर्ताओं को उन 35 शहरों में उपलब्ध होगी, जहां जुगनू अभी अपनी सेवाएं दे रही है।
जुगनू के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी समर सिंगला ने कहा, हम ट्रेनमैन के साथ साझेदारी करके खुश हैं और अब हम रेलवे स्टेशनों से ऑटोरिक्शा की बुकिंग सुविधा देंगे। हमारे प्रयोगकर्ताओं का दायरा बढ़ रहा है और हम अन्य ब्रांडों के साथ जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं। ट्रेनमैन एक ऑनलाइन मंच है जो भारतीय रेलवे यात्रियों को मदद देता है।
यह भी पढ़ें- Forget Privacy: आधार कार्ड बिल से मिलेंगे कई सारे लाभ, प्राइवेसी अभी भी बनी हुई है सबसे बड़ी चिंता