नई दिल्ली। दुनिया भर में जिस कार का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है उसका निर्माण गुजरात में किया जाएगा। नीदरलैंड की कंपनी PAL-V ने राज्य सरकार के साथ फ्लाइंग कार बनाने के लिए संयंत्र लगाने का करार किया है। करार के मुताबिक कंपनी 2021 से फ्लाइंग कार का निर्माण शुरू कर देगी। PAL-V का मतलब पर्सनल एयर लैंड व्हीकल है।
एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान गुजरात के मुख्य मंत्री विजय रूपानी, प्रदेश के मुख्य सचिव उद्योग एम के दास और कंपनी के वाइस प्रेजीडेंट कार्लो मासबोम्मेल मौजूद थे। समझौते पर जारी एक बयान के मुताबिक प्रदेश सरकार डच कंपनी को गुजरात में प्लांट लगाने के लिए केंद्र से जरूरी सभी मंजूरियों को दिलाने की प्रक्रिया में मदद करेगी। कंपनी देश में पहला प्लांट लगाने जा रही है। वहीं कंपनी के वाइस प्रेजीडेंट ने कहा कि गुजरात में विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर है, कारोबार करने में आसानी है वहीं बेहतर पोर्ट और लॉजिस्टिक सुविधाएं मौजूद हैं। इसी वजह से कंपनी ने कारोबार के लिए गुजरात का चुनाव किया।
कंपनी के मुताबिक उसे 110 कारों के एक्सपोर्ट का ऑर्डर मिल चुका है। गुजरात में बनने वाली कारों को अमेरिका और यूरोपियन देशों में एक्सपोर्ट किया जाएगा। PAL-V एक व्हीकल है जिसे कार और हवाई जहाज दोनों के तर्ज पर इस्तेमाल किया जा सकता है। 2 इंजन वाली ये कार जमीन पर 160 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम रफ्तार से दौड़ सकती है। वहीं आसमान में ये 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ सकती है। कार सिर्फ 3 मिनट में हैं उड़ान के लिए तैयार हो सकती है और एक बार ईंधन भरकर 500 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है।