नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजारों ने पिछले दशहरा से लेकर अबतक निवेशकों की संपत्ति में कई गुना वृद्धि की है क्योंकि बेंचमार्क इंडेक्स इस समय अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर हैं। एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स ने 61,216 का जबकि निफ्टी50 ने 18,323 अंक का नया स्तर छुआ है। इस साल दोनों ही बेंचमार्क इंडेक्स में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। बीएसई सेंसेक्स पिछले साल 25 अक्टूबर, 2020 के दशहरा से अबतक 50 प्रतिशत ऊपर चढ़ चुका है।
आर्थिक गतिविधियों में निरंतर सुधार, खुदरा निवेशकों के साथ ही साथ घरेलू संस्थागत निवेशकों की खरीदारी, टीकाकरण की वजह से कोविड मामलों की संख्या में गिरावट और पूंजीगत खर्च बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा लगातार रिफॉर्म्स पर जोर देने की वजह से बाजार लगातार नई ऊंचाईयों को छू रहा है।
यदि आप एक निवेशक हैं और आप भी तेज भागते बाजार से मुनाफा कमाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बाजार में लंबे समय तक निवेशित बने रहना होगा। इसके अलावा आपको सेक्टर लीडर कंपनियों में अपना निवेश करना होगा। ब्लूचिप कंपनियों के साथ निवेशित रहने से निवेशकों को मुद्रास्फीति और ब्याज दर वृद्धि की वजह से आने वाले किसी भी तनाव से बचाव मिलता है। इस दशहरा पर हम विशेषज्ञों की राय से आपके लिए ऐसे 10 शेयर लेकर आए हैं, जो लंबे समय में आपको बेहतर रिटर्न प्रदान करने की क्षमता रखते हैं।
विशेषज्ञ: ज्योति रॉय- उपाध्यक्ष- इक्विटी रणनीतिकार, एंजल वन लि.
फेडरल बैंक: फेडरल बैंक ने वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसकी शुद्ध ब्याज आय/पीपीओपी वार्षिक आधार पर 9.4 प्रतिशत बढ़कर 21.8 प्रतिशत हो गई है। बैंक का सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए अनुपात भी घटकर क्रमश: 3.5 प्रतिशत और 1.23 प्रतिशत है, जबकि रिस्ट्रक्चरिंग तिमाही आधार पर बढ़कर 1.83 प्रतिशत हो गई है। दूसरी तिमाही में कंपनी के एयूएम में तिमाही आधार पर 3.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो एक मजबूत बिजनेस मूमेंटम की ओर इशारा करता है। उम्मीद है कि बैंक एयूएम में मजबूत वृद्धि हासिल करेगा और असेट क्वालिटी में भी सुधार होगा जिससे एनआईआई और प्रोफिट ग्रोथ में मदद मिलेगी। 110 रुपये प्राइस टारगेट के साथ फेडरल बैंक को खरीदा जा सकता है।
अशोक लीलैंड: एमएंडएचसीवी सेगमेंट में 32 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ भारतीय वाणिज्यिक वाहन उद्योग में अशोक लीलैंड लि. एक प्रमुख कंपनी है। तेजी से विकसित होते एलसीवी सेगमेंट में भी कंपनी की मजबूत उपस्थिति है। पिछले कुछ महीनों से एमएंडएचसीवी सेगमेंट में रिकवरी शुरू हुई है। सीवी सेगमेंट में ग्रोथ रिवाइवर को कैप्चर करने के लिए कंपनी आदर्शरूप से तैयार है और सरकार की स्क्रैपेज पॉलिसी से कंपनी को बड़ा फायदा होगा। इसके शेयर को 175 रुपये के प्राइस टारगेट के साथ खरीदा जा सकता है।
सोना बीएलडब्यू प्रिसीशन: सोना बीएलडब्ल्यू भारत की प्रमुख ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक है। इसका 40 प्रतिशत राजस्व बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और हाइब्रिड व्हीकल्स सेगमेंट से आता है। यह वैश्विक ग्राहकों को ईवी डिफ्रेंशियल असेंबली और गियर्स, बीएसजी सिस्टम तथा ईवी ट्रैक्शन मोटर्स की आपूर्ति करती है। वैश्विक बीईवी सेगमेंट तेजी से विकसित हो रहा है और उम्मीद है कि यह भविष्य में भी ऊंची दर से वृद्धि कायम रखेगा जो कि सोना बीएलडब्ल्यू के लिए सकारात्मक है। पीसी, सीवी और ट्रैक्टर ओईएम के लिए विभिन्न उपकरणों में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 55 से 90 प्रतिशत के बीच है। 821 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ इसे खरीदने की सलाह दी जाती है।
कार्बोरंडम यूनिवर्सल: कार्बोरंडम यूनिवर्सल मुरुगप्पा ग्रुप की इकाई है और यह भारत में एब्रेसिव्स, इंडस्ट्रियल सेरामिक्स, रिफ्रेक्टरीज और इलेक्ट्रो मिनरल्स की प्रमुख विनिर्माता है। ऑटो, ऑटो उपकरण, इंजीनियरिंग, बेसिक मेटल्स, इंफ्रास्ट्रक्चर और पावर जैसे सेक्टर में मांग में सुधार के कारण कंपनी को लाभ होने की उम्मीद है। कंपनी के उत्पादों के लिए भविष्य में मजबूत मांग और कंपनी द्वारा नए सेगमेंट में प्रवेश करने की योजना के आधार पर भविष्य में कंपनी की वृद्धि संभावित है। इसके लिए 1060 रुपये के टारगेट प्राइस पर बाई रेटिंग दी जाती है।
विशेषज्ञ: येशा शाह, इक्विटी रिसर्च प्रमुख, सैम्को सिक्यूरिटीज
कम्प्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेस (सीएएमएस): कुल म्यूचुअल फंड एयूएम में 70-72 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ कम्प्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेस एक प्रमुख कंपनी है। 2005-06 से यह लगातार शीर्ष स्थान पर बनी हुई है। पिछले 10 सालों से निरंतर मजबूत फाइनेंशियल ट्रैक रिकॉर्ड के साथ सीएएमएस निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर बनी हुई है। एयूएम-जीडीपी अनुपात 12 प्रतिशत के साथ भारत में अभी एमएफ की पहुंच बहुत कम है, जो समग्र एमफ और आरटीए इंडस्ट्री के लिए एक दीर्घावधिक वृद्धि संभावना को प्रबल बनाता है। एक हेल्दी करेक्शन के बाद, ये स्टॉक एक हेल्दी मूवअप के लिए तैयार है।
इंफोसिस: बीएफएसआई, रिटेल, कम्यूनिकेशंस और मैन्यूफैक्चरिंग सहित विभिन्न सेक्टर्स में इंफोसिस लि. एक प्रमुख आईटी खिलाड़ी है। पिछले दस सालों में कंपनी की बिक्री 14 प्रतिशत की दर से बढ़ी है और इसी अवधि में कंपनी ने 25 प्रतिशत का रिटर्न ऑन इक्विटी को बनाए रखा है। क्लाउड एडोप्शन में भी कंपनी ने मजबूत मांग देखी है। सब-कॉन्ट्रैक्टिंग, हाइरिंग और रिटेंशन चार्जेज में वृद्धि इसके मार्जिन पर कुछ दबाव डाल सकता है, लेकिन ओवरऑल इंडस्ट्री गतिशीलता और बेहतर राजस्व अनुमान हमें इसके कारोबार पर भरोसा प्रदान करता है। ये सभी कारक इस स्टॉक को लंबी अवधि के लिए एक मजबूत निवेश उम्मीदवार बनाते हैं।
एचडीएफसी लि.: भारत का सबसे बड़ा ऋणदाता भारत में सबसे बेहतर रियल एस्टेट प्रॉक्सी प्लेयर बना हुआ है। लो-कॉस्ट फंड्स, एक मजबूत एएलएम पोजिशन और कम्फर्टेबल लेवरेज के साथ इसकी स्थिति और मजबूत हुई है। होम लोन की मांग निरंतर मजबूत हो रही है और एचडीएफसी एक महत्वपूर्ण बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की मजबूत स्थिति में है। ब्याज दरों के ऐतिहासिक निचले स्तर पर आने, मजबूत हाउसिंग डिमांड और बेहतर कलेक्शन दक्षता के साथ इंडस्ट्री के लिए यह बेहतर समय है। एनबीएफसी सेक्टर में यह स्टॉक सबसे बेहतर बना हुआ है और हम इसमें आगे भी मजबूत वृद्धि की उम्मीद करते हैं।
विशेषज्ञ: बिनोद मोदी, रणनीति प्रमुख, रिलायंस सिक्यूरिटीज
अल्ट्राटेक सीमेंट: 21 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ अल्ट्राटेक सीमेंट की सभी क्षेत्रों में एक अग्रणी उपस्थिति है। अल्ट्राटेक सीमेंट के पास पर्याप्त निर्माण क्षमता है और यह ज्यादा मांग वाले क्षेत्रों में निरंतर अधिकतम क्षमता का निर्माण कर रही है। विस्तार योजना अपने निर्धारित समय से आगे बढ़ रही हैं और इनके वित्त वर्ष 2022-23 में चालू होने की उम्मीद है। नई क्षमता निर्माण के बावजूद बैलेंस शीट में सुधार आने की उम्मीद है और यह शेयर लंबे समय में मोटा रिटर्न देने के लिए मजबूत उम्मीदवार भी है।
रामकृष्ण फोर्जिंग: नए उत्पादों को पेश करने और विदेशों में अपनी पहुंच बढ़ाने के जरिये कंपनी आगे आने वाले वर्षों में कंपनी ऑटो और नॉन-ऑटो सेगमेंट में अधिक नए ऑर्डर हासिल करेगी। हमें उम्मीद है कि कंपनी की बिक्री वित्त वर्ष 21 से वित्त वर्ष 24 के दौरान 27 प्रतिशत सीएजीआर की दर से बढ़ेगी। कंपनी को सभी सेगमेंट और क्षेत्रों से ऑर्डर हासिल हो रहे हैं, जो इसके राजस्व में सुधार करेंगे। लंबी अवधि में यह स्टॉक भी लंबी रेस का घोड़ा साबित होगा।
गुजरात गैस: अन्य वैकल्पिक ईंधनों के बजाये गैस पर बढ़ती निर्भरता और अन्य वैकल्पिक ईंधनों की तुलना में गैस के मूल्य लाभ के आधार पर हम वित्त वर्ष 2021 से वित्त वर्ष 2024 के दौरान बिक्री में 16 प्रतिशत सीएजीआर की वृद्धि के लिए आश्वस्त हैं। गुजरात गैस ने एलपीजी/प्रोपेन की तुलना में पीएनजी इंडस्ट्रियल कीमतों को कम बनाए रखा है, जो पीएनजी इंडस्ट्रियल उपभोक्ताओं को वैकल्पिक ईंधन को अपनाने के लिए अवसर देती है। इन सभी कारकों के आधार पर यह स्टॉक निवेश के लिए आकर्षक है।
उद्घोषणा: यहां व्यक्त किए गए विचार/सुझाव/सलाह पूरी तरह से निवेश विशेषज्ञों के अपने हैं। इंडिया टीवी पैसा अपने पाठकों को सलाह देता है कि कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह जरूर लें।
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