नई दिल्ली। पाकिस्तान के साथ भारत के संबंध कभी भी बेहतर नहीं रहे हैं, जिसकी वजह से इन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार भी अपनी क्षमताओं के अनुरूप कभी भी फल-फूल नहीं पाया। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से होने वाले आयात पर भारत सरकार ने आयात शुल्क बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया है। इससे अब पास्तिान से ताजे फलों, चमड़ा और सीमेंट सहित 10 प्रमुख उत्पादों के आयात पर बुरा असर पड़ेगा।
जब से भारत में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी है, तब से लगातार भारत से पाकिस्तान को होने वाले निर्यात में लगातार गिरावट दर्ज की गई है। भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्यरत कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (अपेडा) के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2013-14 में भारत से पाकिस्तान को कुल 1880 रुपए के खाद्य पदार्थों का निर्यात किया गया था, जो वित्त वर्ष 2017-18 में घटकर 748 करोड़ रुपए रह गया।
मोदी सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए अपने यहां की खाद्य वस्तुओं का निर्यात पाकिस्तान को लगातार कम किया है। बावजूद इसके पाकिस्तान की ओर से आतंकी घटनाओं में कोई कमी नहीं आई है। हाल ही में जम्मू-कूश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के 40 जवानों की हत्या के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों में बड़ी दरार पैदा हो गई है। इसकी वजह से भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कुछ कड़े कदम उठाए हैं। इसके तहत भारत ने पाकिस्तान को 1996 में दिए गए मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया है और पाकिस्तान से होने वाले आयात पर शुल्क बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया है। इससे पाकिस्तान पर अब दोहरी मार पड़ेगी, एक तो पहले से ही उसको भारतीय उत्पादों का कम निर्यात किया जा रहा है और वहां से अब आयात भी लगभग बंद हो जाएगा।
पाकिस्तान से भारत को 10 प्रमुख उत्पादों का होता है निर्यात
पाकिस्तान से भारत को मुख्य तौर पर 10 उत्पादों का निर्यात किया जाता है। इनमें ताजे फल, सीमेंट, पेट्रोलियम उत्पाद, खनिज और चमड़ा उत्पाद, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, अकार्बनिक रसायन, कच्चा कपास, सूती कपड़े, शीशा और शीशे का सामान।
अपेडा के तहत इन चीजों का होता है भारत-पाकिस्तान के बीच आयात-निर्यात
अपेडा के तहत भारत से पाकिस्तान को फल और सब्जियों, दालें, मूंगफली, डेयरी उत्पाद, भैंस का मांस, गुड़ और मोटे अनाज का निर्यात किया जाता है। वित्त वर्ष 2013-14 में यहां से कुल 6.44 लाख टन निर्यात हुआ जिसका मूल्य 1880 करोड़ रुपए था। 2014-15 में निर्यात घटकर 5.19 लाख टन रह गया, जिसका मूल्य 1697 करोड़ रुपए था। 2015-16 में 1462 करोड़ रुपए मूल्य का 3.37 लाख टन निर्यात हुआ। 2016-17 में निर्यात 3.09 लाख टन रहा, जिसका मूल्य 1180 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 2017-18 में 1.17 लाख टन निर्यात हुआ, जिसका मूलय 748 करोड़ रुपए था।
इसी प्रकार पाकिस्तान से भारत के लिए किए जाने वाले आयात का आंकड़ा भी उतार-चढ़ाव के साथ लगभग स्थिर बना हुआ है। वित्त वर्ष 2013-14 में पाकिस्तान से अपेडा के तहत आने वाली जिंसों का आयात 1.38 लाख टन रहा, जिसका मूल्य 655 करोड़ रुपए था। 2014-15 में 1.41 लाख टन का आयात हुआ जिसका मूल्य 687 करोड़ रुपए था। 2015-16 में 1.22 लाख टन आयात हुआ, जिसका मूल्य 624 करोड़ रुपए था। 2016-17 में 1.72 लाख टन आयात हुआ, जिसका मूल्य 888 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 2017-18 में 1.59 लाख टन आयात हुआ, जिसका मूल्य 765 करोड़ रुपए था।