नई दिल्ली। इस साल सरकार की तरफ से हार्ट स्टेंट और घुटना प्रत्यारोपण की कीमत में भारी कटौती के बाद बहुराष्ट्रीय दवा कंपनियां तमाम कोशिशें कर रही हैं ताकि सरकार के साथ कीमतों में कटौती का विरोध दर्ज कराया जा सके। अंग्रेजी समाचार वेबसाइट ईटी की खबर के मुताबिक इस बार दवा कंपनियां अपने अंतरराष्ट्रीय संगठन की मदद से कीमतों में कटौती के खिलाफ लॉबिंग कर रही हैं। खबर के मुताबिक मेडिकल उपकरण बनाने वाली और फार्मा कंपनियों के नुमाइंदों ने अलग-अलग सरकारी अधिकारियों के साथ मुलाकात कर अपनी राय व्यक्त की है।
खबर के मुताबिक बहुराष्ट्रीय दवा कंपनियों और मेडिकल उपकरण बनाने वाली कंपनियों की अंतरराष्ट्रीय संस्था इंटरनेशनल एडवोकेसी ऑफ फार्मासुटिकल रिसर्च एंड मैन्युफैक्चर्रस एसोसिएशन (PhRMA) के वाइस प्रेसिडेंट और कई दवा कंपनियों के सीईओ ने दवा विभाग, फार्मा प्राइसिंग अथॉरिटी और नीति आयोग के अधिकारियों के साथ मुलाकात की है। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के साथ मुलाकात के दौरान इन कंपनियों ने कीमतों में कटौती का विरोध दर्ज कराया है।
पिछले एक साल में केंद्र सरकार ने हार्ट स्टेंट और घुटना प्रत्यारोपण के उपकरणों की कीमतों में करीब 70 फीसदी तक की कटौती की है। इस कटौती के बाद इस तरह के उपकरण बनाने वाली कंपनियों के मुनाफे पर बड़ी कैंची चली है। कंपनियां इस कटौती से खुश नहीं हैं और सरकार के समाने विरोध दर्ज कराने के लिए लॉबिंग कर रही हैं।