नई दिल्ली। हवा में उड़ने वाली टैक्सी को हमने कल्पनाओं में या फिर हॉलीवुड मूवीज़ में देखा होगा। लेकिन दुबई में ड्रोन टैक्सी के रूप में यह सपना अब पूरा हो गया है। इसी हफ्ते दुनिया की पहली ड्रोन टैक्सी दुबई के आसमान में दिखाई दी। यहां पर ड्रोन टैक्सी का पहला सफल परीक्षण किया गया। माना जा रहा है कि यहां पर जल्द ही ड्रोन टैक्सी का व्यवसायिक संचालन शुरू हो सकता है।
दुनिया की इस पहली उड़ने वाली टैक्सी को जर्मनी की ड्रोन कंपनी वोलोकॉप्टर विकसित कर रही है। डिजाइन की बात करें तो कंपनी ने इसे टू-सीटर हेलीकॉप्टर केबिन की तर्ज पर तैयार किया है। इस केबिन के ऊपर 18 प्रोपेलर वाला चौड़ा हूप लगाया है। दुबई में इसकी पहली टेस्टिंग इसी हफ्ते सोमवार को हुई। यहां क्राउन प्रिंस शेख हमदन बिन मोहम्मद के लिए आयोजित एक समारोह में इस फ्लाइंग टैक्सी को बिना किसी नाम के टेस्ट किया गया।
इस टैक्सी की खासियतों की बात करें तो इसमें ड्राइवर के बैठने की जरूरत नहीं हैं। इसे रिमोट कंट्रोल के माध्यम से बाहर बैठकर भी ऑपरेट किया जा सकता है। हालांकि आप इससे एक बार में सिर्फ 30 मिनट के लिए ही उड़ान भर सकते हैं। आप हवा में कई सौ फीट की ऊंचाई पर होंगे, लेकिन आप इसमें पूरी तरह से सुरक्षित होंगे। क्योंकि इसमें सेफ्टी के लिए व्यापक उपाए किए गए हैं। इसमें आपातकालीन परिस्थिति के लिए अतिरिक्ट बैटरी और रोटर दिए गए हैं। इसके साथ ही इसमें 2 पैराशूट भी होंगे। साथ ही यह इमारत या किसी वस्तु के सामने आने पर पहले ही खतरा भांप लेती है।
यह ड्रोन टैक्सी दुबई में पर्यटन को बढ़ाने के लिए वहां की सरकार की एक अहम पहल है। यह बेहद एडवांस फीचर्स से लैस इस टैक्सी को स्मार्टफोन से भी बुक कर सकते हैं। वोलोकॉप्टर एक दर्जन से भी ज्यादा यूरोपियन और अमरीकी कंपनियों के साथ दौड़ में शामिल है। ये कंपनियां इसी तरह के भविष्य के ट्रांसपोर्ट पर काम कर रही हैं। इसमें दिग्गज कंपनी एयरबस भी शामिल है। एयरबस ने 2020 तक सेल्फ पायलट वाली टैक्सी तैयार करने का लक्ष्य तय किया है। वहीं गूगल के को-फाउंडर लैरी पेज की कंपनी किटी हॉक भी उड़ने वाली टैक्सी बनाने की कोशिश में लगी है।