नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा है कि एयर इंडिया के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय परिचालनों को एक साथ बेचा जाएगा। सरकार ने कर्ज में डूबी एयर इंडिया में विनिवेश के लिए प्रक्रिया शुरू की है। यह कदम सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइंस को पटरी पर लाने के प्रयास का हिस्सा है।
नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने यहां कहा कि बोली प्रक्रिया के जरिये हम एकीकृत एयरलाइन (एयर इंडिया) की पेशकश करेंगे। इसका मतलब है कि इसमें घरेलू तथा अंतराष्ट्रीय परिचालन दोनों शामिल होंगे।
विनिवेश प्रक्रिया पर उन्होंने कहा कि सरकार अभी यह पहचान कर रही है कि एयर इंडिया की किसी अनुषंगी की पेशकश अलग से करनी चाहिए। मंत्री ने कहा कि अगर उनकी पेशकश अलग की जाती है और अगर आप उनमें से प्रत्येक को चाहते हैं तथा उसे फिर से एकीकृत करना चाहते हैं, हम इसमें लचीलापन उपलब्ध कराएंगे। एयर इंडिया पर 50,000 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज बोझ है।
टाटा ग्रुप खरीदना चाहता है एयर इंडिया को
नागर विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि हमें इंडिगो और टाटा दोनों से एयर इंडिया में रुचि के संकेत मिले हैं। अभी यह औपचारिक हैं। सरकार बोली लगाने की प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा करने पर काम कर रही है। इस पूरी प्रक्रिया में छह से आठ महीने का समय लग सकता है। इससे पहले इंडिगो ने विमानन मंत्रालय को एयर इंडिया के फ्लाइट ऑपरेशन्स (विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय सेवाएं) खरीदने के लिए अपनी रुचि दिखाते हुए पत्र लिखा था।