नई दिल्ली। देश में ईंधन की मांग में एक बार फिर से गिरावट देखने को मिली है। रॉयटर्स में छपी एक खबर के अनुसार जुलाई के शुरुआती आंकड़ों के आधार पर सरकारी तेल कंपनियों के द्वारा डीजल की बिक्री पिछले महीने के मुकाबले 13 फीसदी घट गई है। इसमें पिछले साल के मुकाबले 21 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। सरकारी तेल कंपनियों के द्वारा बिकने वाला डीजल देश की कुल ईंधन की मांग का 40 फीसदी हिस्सा है। वहीं सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल, एचपीसीएल और बीपीसीएल की घरेलू खुदरा तेल बाजार में 90 फीसदी की हिस्सेदारी है।
आंकड़ों के मुताबिक सरकारी कंपनियों के द्वारा जुलाई में पेट्रोल की बिक्री जून के मुकाबले 1 फीसदी घटी है। वहीं पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले इसमें 11 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई है। जुलाई में पेट्रोल और डीजल की बिक्री में गिरावट के लिए कई वजह जिम्मेदार बताई जा रही हैं, इसमें डीजल कीमतों में बढ़ोतरी, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से कई जगह लगाए गए नए प्रतिबंध और मानसून की बारिश की वजह से कई जगह बाढ़ के बाद आवाजाही पर असर मुख्य है।
वहीं दूसरी तरफ जुलाई के दौरान एलपीजी और जेट फ्यूल की बिक्री में बढ़त दर्ज हुई है। सरकारी कंपनियों के द्वार जुलाई में एलपीजी की बिक्री 10 फीसदी बढ़ी है, वहीं इसमें पिछले साल के मुकाबले 3.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज हुई है। वहीं हवाई यात्राओं में ढील बढ़ने के साथ ही जुलाई में जेट फ्यूल की बिक्री जून के मुकाबले 4 फीसदी बढ़ी है। हालांकि पिछले साल के मुकाबले इसमें 65 फीसदी की गिरावट रही है।