नई दिल्ली | साल 2019 में घरेलू हवाई यात्रियों के ट्रैफिक पर अर्थव्यवस्था में सुस्ती का असर देखने को मिला है। 2018 के मुकाबले 2019 में घरेलू यात्रियों के ट्रैफिक में 5.1 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। उससे पहले के 4 साल में ये ग्रोथ 10 फीसदी से ज्यादा थी। 2018 में ये ग्रोथ 18.9 फीसदी थी।
ये आंकड़े इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के द्वारा जारी किए गए हैं। एसोसिएशन के मुताबिक 2019 घरेलू विमानन क्षेत्र के लिए काफी चुनौतीभरा साबित हुआ है। 4 साल की डबल डिजिट ग्रोथ के बाद 2019 में मार्केट की रेवेन्यू पैसेंजर किलोमीटर में सुस्ती देखने को मिली है। वहीं साल के दौरान कुल वॉल्यूम में पिछले साल के मुकाबले सिर्फ 1.7 फीसदी की बढ़त रही। एसोसिएशन ने कहा कि आंकड़े बता रहे हैं कि आगे भी सेक्टर के लिए चुनौतियां बनी रहेंगी।
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन 290 एयरलाइंस और दुनिया भर के 82 फीसदी एयर ट्रैफिक का प्रतिनिधित्व करती है। एसोसिएशन ट्रैफिक की ग्रोथ रेवेन्यू पैसेंजर किलोमीटर के आधार पर करती है। जिसके मुताबिक सभी हवाई यात्रियों ने कुल मिलाकर कितने किलोमीटर दूरी की यात्रा की है।