नई दिल्ली। घरेलू विमानन कंपनियों ने मार्च में 78.72 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया। फरवरी में 74.76 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की थी। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार मार्च में कुल हवाई यात्रियों की संख्या लगभग 5.3 फीसदी बढ़ी। इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी मार्च में बढ़कर 38.4 फीसदी, जेट एयरवेज की बाजार भागीदारी 17.6 फीसदी और एयरइंडिया की बाजार भागीदारी 14.7 फीसदी रही। दूसरी ओर इंडिगो के बाद गोएयर ने भी टिकट रद्द कराने का शुल्क बढ़ा दिया है।
सालाना आधार पर 25 फीसदी बढ़ी यात्रियों की संख्या
घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी मार्च में भी जारी रही। मार्च 2016 में 78.72 लाख लोगों ने हवाई सफर किया, जो पिछले साल के मुकाबले 25.52 फीसदी अधिक है। मार्च 2015 में 62.85 लाख लोगों ने हवाई जहाज से यात्रा की थी। वहीं पूरे साल की बात करें तो 2015 में 8 करोड़ लोगों को घरेलू विमानन कंपनियों ने उनके गंतव्य तक पहुंचाया। 2014 में यह संख्या 6.7 करोड़ थी।
तस्वीरों में देखिए एयर इंडिया का मेनू
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अब गोएयर ने भी टिकट रद्द कराने का शुल्क बढ़ाया
अब बजट एयरलाइन गोएयर ने भी अपना टिकट रद्द कराने का शुल्क बढ़ाकर 2,225 रुपए कर दिया है। गोएयर के एक प्रवक्ता ने कहा कि अब गोएयर की उड़ानों का टिकट रद्द कराने का शुल्क 2,225 रुपए होगा। अभी तक यह 1,900 रुपए था। प्रवक्ता ने कहा कि नया शुल्क 21 अप्रैल से प्रभावी हो गया है। एयरलाइन ने हालांकि अपना टिकट रद्द कराने का शुल्क इंडिगो और स्पाइसजेट से कम रखा है। इन एयरलाइंस ने हाल में टिकट रद्द कराने का शुल्क बढ़ाकर 2,250 रुपए प्रति टिकट कर दिया है।