नई दिल्ली। देश में कोविड-19 संक्रमण के घटते मामलों के साथ घरेलू हवाई यात्री यातायात जून में वृद्धि के रास्ते पर आ गया। पिछले महीने स्थानीय मार्गों पर करीब 30 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की जबकि इससे पूर्व मई में यह संख्या 20 लाख थी। क्रेडिट रेटिंग इक्रा ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में कहा कि हालांकि जून में कुछ रिकवरी देखने को मिली है, लेकिन मांग अभी भी कम है। इसका कारण महामारी की दूसरी लहर है जिससे लोग केवल जरूरी होने पर ही यात्रा कर रहे हैं। माह-दर-माह आधार पर जून में घरेलू यात्री यातायात इससे पूर्व मई के मुकाबले करीब 42 प्रतिशत अधिक रहा। हालांकि सालाना आधार पर घरेलू यात्रियों की संख्या में 51 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है।
सरकार ने एयरलाइंस को पांच जुलाई से क्षमता बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने की अनुमति दी है जो 31 जुलाई तक प्रभावी रहेगा। इस साल जून में घरेलू यात्री यातयात करीब 29-30 लाख रहा। जबकि मई में यह करीब 19.8 लाख था। सरकारी आदेश में मई में एयरलाइंस की क्षमता को 80 प्रतिशत से कम कर 50 प्रतिशत कर दिया गया था। इक्रा की उपाध्यक्ष किजंल शाह ने कहा कि प्रति उड़ान यात्री संख्या जून 2021 में 94 थी जो इससे पूर्व मई महीने में 77 थी। उन्होंने कहा कि जून में कुछ रिकवरी देखी गयी, लेकिन मांग पर दबाव बना हुआ है। इसका कारण महामारी की दूसरी लहर है। इससे लोग सतर्कता बरत रहे हैं और जरूरी होने पर ही यात्रा कर रहे हैं। शाह के अनुसार संक्रमण की दर में कमी के बावजूद विभिन्न राज्यों में पाबंदियां अभी भी हैं। इससे छुट्टी मनाने और कारोबारी उद्देश्य से यात्रा में कटौती की गयी है।
कोरोना संकट का सबसे ज्यादा असर एविएशन और टूरिज्म सेक्टर पर पड़ा है। प्रतिबंधों और सरकारों द्वारा गैर जरूरी यात्रायें टालने की अपील से एविएशन सेक्टर मे धीमी रिकवरी देखने को मिल रही है।