चेन्नई। भारत की सबसे बड़ी रियल्टी कंपनी डीएलएफ ने गुरुवार को चेन्नई में एक कमर्शियल प्रोजेक्ट के विकास के लिए 5,000 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थिरू इदापद्दी पलानीस्वामी ने तारामनी में बनने वाले डीएलएफ डाउनटाउन की आधारशिला रखी।
27 एकड़ में बनने वाली इस परियोजना को डीएलएफ के जीआईसी के साथ बने संयुक्त उपक्रम डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स लिमिटेड (डीसीसीडीएल) द्वारा विकसित किया जाएगा। इस परियोजना में कुल वाणिज्य क्षेत्रफल 68 लाख वर्ग फुट होगा जिसे विभिन्न चरणों में बनाया जाएगा।
डीएलएफ के सीईओ मोहित गुजराल ने कहा कि तमिलनाडु हमेशा अपने टैलेंट पूल और प्रतिकूल बिजनेस पर्यावरण के कारण कॉरपोरेट्स और एमएनसी के लिए पसंदीदा स्थान रहा है। हम तारामनी में अपने चौथे प्रोजेक्ट डीएलएफ डाउनटाउन को विभिन्न चरणों में विकसित करने के लिए 5000 करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। पहले चरण में डीएलएफ यहां 25 लाख वर्ग फुट क्षेत्रफल का निर्माण करेगी।
यह परियोजना अगले 5-6 वर्षों में पूरी होगी। गुजराल ने कहा कि जब यह पूरी तरह परिचालन में आएगी तब यहां 70,000 प्रत्यक्ष और 6,000 अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे। इस परियोजना के साथ डीएलएफ का चेन्नई में 1.4 करोड़ वर्ग फुट की रेंटल संपत्ति होगी।
डीएलएफ गुरुग्राम, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और चंडीगढ़ में स्थित अपनी कमर्शियल प्रापॅर्टी से सलाना 3,000 करोड़ रुपए का किराया हासिल करती है। कंपनी के 2 करोड़ वर्ग फुट कमर्शियल क्षेत्र का विकास चल रहा है। रिहायशी प्रोपर्टी बाजार के विपरीत कमर्शियल रियल एस्टेट विशेषक ऑफिस मार्केट बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। 2019 में ऑफिस लीजिंग ने सर्वकालिक उच्च स्तर छुआ है।