नई दिल्ली। रियल्टी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी डीएलएफ के प्रवर्तकों ने अपनी रेंटल इकाई डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स लिमिटेड (डीसीसीडीएल) में अपनी 33.34 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री का सौदा सिंगापुर के सॉवरेन वेल्थ फंड जीआईसी के साथ करीब 9,000 करोड़ रुपए में पूरा कर लिया है। इस सौदे के पूरा होने पर डीएलएफ के प्रवर्तकों को जीआईसी से 8,950 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं और शेष 16,00 करोड़ रुपए डीसीसीडीएल से मिले हैं।
प्रवर्तक इस पूरी रकम को डीएलएफ में निवेश करेंगे, जिसका उपयोग कर्ज घटाने में किया जाएगा। अभी डीएलएफ पर 27,000 करोड़ रुपए का ऋण बकाया है। गौरतलब है कि इस साल अगस्त में डीएलएफ के प्रवर्तकों ने डीसीसीडीएल में अपनी पूरी 40 प्रतिशत हिस्सेदारी 11,900 करोड़ रुपए में बेच दी थी। इसमें 33.34 प्रतिशत हिस्सेदारी जीइआईसी को 8,900 करोड़ रुपए में बेची गई थी। बाकी 3,000 करोड़ रुपए मूल्य की हिस्सेदारी की डीसीसीडीएल ने पुनर्खरीद की थी।
देर रात बाजार नियामकों को भेजी गई जानकारी में कहा गया है कि डीएलएफ ने समझौते में उल्लेखित सभी शर्तों को पूरा करते हुए प्रतिभूतियों की बिक्री और खरीद तथा अन्य क्लोजिंग एक्शन को 26 दिसंबर को पूरा कर लिया है। डीएलएफ ने बताया कि अब डीसीसीडीएल में कंपनी और निवेशक (जीआईसी) की क्रमश: 66.66 प्रतिशत और 33.34 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
सूत्रों के मुताबिक डीएलएफ के प्रवर्तकों को जीआईसी से कुल 8,950 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं और अन्य 1600 करोड़ रुपए डीसीसीडीएल द्वारा शेयर पुर्नखरीद के लिए पहली किस्त के रूप में मिले हैं। 1400 करोड़ रुपए की दूसरी किस्त का भुगतान एक साल बाद किया जाएगा।