नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग सर्विस कंपनी डिक्सन टेक्नोलॉजी ने प्रोडक्शन-लिंक्ड इनसेंटिव स्कीम के तहत टेलीकॉम उपकरणों का निर्माण शुरू करने के लिए भारती ग्रुप की लुधियाना स्थित विनिर्माण इकाई को खरीदने की योजना बनाई है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताा कि कंपनी की पीएलआई स्कीम के तहत 200 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना है। इस निवेश में भारती ग्रुप की विनिर्माण इकाई का अधिग्रहण करने की लागत भी शामिल है।
डिक्सन टेक्नोलॉजी के कार्यकारी चेयरमैन सुनील वछानी ने कहा कि डिक्सन को टेलीकॉम सेक्टर के लिए पीएलआई लाइसेंस हासिल हुआ है। हम भारती ग्रुप के साथ एक संयुक्त उद्यम बनाने के प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। पहला विनिर्माण संयंत्र जिसे हमें खरीदेंगे वह भारती का लुधियाना स्थित संयंत्र है, जिसका उपयोग टेलीफोन बनाने के लिए किया जाता था।
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम ने डिक्सन टेक्नोलॉजी समेत 31 कंपनियों को प्रोडक्शन-लिंक्ड स्कीम के लिए चुना है। ये कंपनियां 4 साल की अवधि के दौरान 3,345 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। नोकिया इंडिया, एचएफसीएल, तेजस नेटवर्क, फ्लेक्सट्रॉनिक्स, फॉक्सकॉन, कोरल टेलीकॉम, वीवीडीएन टेक्नोलॉजी, फ्रॉग सेलसैट, सिरमा, रेजोल्यूट, जीएक्स इंडिया आदि वो कंपनियां हैं, जिनका चयन पीएलआई स्कीम के लिए किया गया है।
डिपार्टमंट ऑफ टेलीकॉम ने टेलीकॉम और नेटवर्किंग उत्पादों के लिए पीएलआई स्कीम को 12195 करोड़ रुपये की वित्तीय आवंटन के साथ पांच वर्ष की अवधि के लिए 24 फरवरी, 2021 को अधिसूचित किया था। यह स्कीम भारत में टेलीकॉम गियर मैन्यूफैक्चरिंग के लिए है, जिससे उम्मीद है कि यह 2.44 लाख करोड़ रुपये के उपकरणों के उत्पादन को प्रोत्साहित करेगी और 42000 लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित करेगी।
इस योजना के तहत निवेशकों को उनके प्रतिबद्ध निवेश के 20 गुना तक वृद्धिशील बिक्री के लिए प्रोत्साहन अर्जित कर सकते हैं, जो उन्हें वैश्विक स्तर तक पहुंचने, अपनी अप्रयुक्त क्षमता का उपयोग करने और उत्पादन में वृद्धि करने के लिए सक्षम बनाएगा।
यह भी पढ़ें: 5 लाख रुपये में हैरियर जैसी SUV लॉन्च करेगी टाटा मोटर्स 18 अक्टूबर को
यह भी पढ़ें: Ampere ने लॉन्च किया 68999 रुपये में ई-स्कूटर Magnus EX, 121 किलोमीटर का है माइलेज
यह भी पढ़ें: शेयर बाजार में इस टेकनीक से होगी मोटी कमाई, 1 लाख रुपये बन जाएंगे एक करोड़ रुपये
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में मचा घमासान, स्टॉक एक्सचेंज हुआ लहुलुहान