नई दिल्ली। दीपावली का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए बहुत खास होता है। इस दिन सामान्य दिनों की तरह बाजार में ट्रेडिंग नहीं होती है। केवल शुभ मुहूर्त में केवल एक घंटे के लिए बाजार खुलता है, जिसमें सामान्य दिनों की तरह ही कारोबार होता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग क्यों है महत्वपूर्ण
दिवाली का दिन बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन को माता लक्ष्मी से जोड़कर देखा जाता है। दिवाली के अगले दिन से नया हिंदु साल शुरू होता है। 20 अक्टूबर से सम्वत 2074 की शुरुआत होगी, जबकि 19 अक्टूबर को सम्वत 2073 का आखिरी दिन है। मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ ट्रेडर्स नए साल की शुरुआत करते हैं। माना जाता है कि इस दिन से ट्रेंडिंग शुरू करने से नए वर्ष में सालभर मुनाफा होता है।
इस दिन एक्सचेंज के अधिकारी ऑफिस में दिए जलाते हैं और मिठाइयां बांटते हैं। उसके बाद ट्रेडिंग सेशन शुरू होता है। ऐसा करना कोई नियम नहीं है लेकिन पिछले कई साल से ऐसा होता आ रहा है और अब यह परंपरा बन गई है।
आज का ये है मुहूर्त
दिवाली के दिन बीएसई और एनएसई की मुहूर्त ट्रेडिंग का समय शाम साढ़े छह बजे से साढ़े सात बजे तक का है। प्री ओपन सेशन शाम 6.15 मिनट से 6.23 मिनट तक होगा। इसके बाद मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन शुरू होगा। यह शाम 6.30 बजे शुरू होगा और 7.30 बजे तक चलेगा। इस विशेष सत्र में हुए सौदों पर निपटान प्रतिबद्धता होगी।
पिछले साल दिवाली वाले दिन यानी 11 नवंबर 2016 को शेयर बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए शाम 5:45 बजे से 6:45 बजे तक खुले थे। वहीं 2015 में इन्हें शाम 18:15 बजे से 19:30 बजे तक 75 मिनट के लिए खोला गया था।
मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व
देश में दिवाली के पर्व पर धन की देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन पैसे खर्च करना और कमाना दोनों ही शुभ माना जाता है। इस महत्व को देखते हुए शेयर बाजार में भी इस दिन विशेष ट्रेडिंग होती है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहते हैं। मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन शेयर बाजार में ट्रेड करके ब्रोकर शगुन करते हैं, जिसके चलते दिवाली के दिन भी शेयर बाजार खुलते हैं।