नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में सरकार ने डायरेक्ट टैक्स के तौर पर 4.39 लाख करोड़ रुपए का राजस्व एकत्रित किया है। यह आंकड़ा सालाना आधार पर पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 15.2 प्रतिशत अधिक है। यह राजस्व संग्रहण में वृद्धि को दर्शाता है। डायरेक्ट टैक्स में पर्सनल इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स शामिल होते हैं।
वित्त वर्ष 2017-18 के लिए डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का कुल बजट अनुमान 9.8 लाख करोड़ रुपए है। ताजा राजस्व प्राप्ति कुल बजट अनुमान का 44.8 प्रतिशत है। वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि अक्टूबर 2017 तक डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का प्रोवीजनल आंकड़ा 4.39 लाख करोड़ रुपए का है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 15.2 प्रतिशत अधिक है।
अप्रैल-अक्टूबर 2017 के दौरान ग्रॉस कलेक्शन (रिफंड के लिए समायोजन करने से पूर्व) 10.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5.28 लाख करोड़ रुपए रहा है। चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में करदाताओं को रिफंड के रूप में 89,507 करोड़ रुपया लौटाया गया है।