नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 31 मार्च को समाप्त पिछले वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह 18 प्रतिशत बढ़कर 10.02 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) क्रियान्वयन ने अर्थव्यवस्था को औपचारिक बनाया जो पिछले वित्त वर्ष में दायर एक करोड़ अतिरिक्त आयकर रिटर्न से भी स्पष्ट होता है।
जेटली ने ट्वीट किया कि वित्त वर्ष 2017-18 में प्रत्यक्ष कर संग्रह 10,02,607 करोड़ रुपए रहा है जो वित्त वर्ष 2016-17 की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है। आंकड़ों से कर विभाग की दक्षता तथा ईमानदार करदाताओं की संख्या में वृद्धि का पता चलता है। राजस्व की यह ऐतिहासिक प्राप्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिम्मेदार शासन का सबूत है।
उन्होंने कहा कि 2017-18 के दौरान आयकर रिटर्न की (आईटीआर) संख्या बढ़कर 6.84 करोड़ हो गयी। 2016-17 में यह संख्या 5.43 करोड़ थी। यह 26 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कुल 6.84 करोड़ आईटीआर में 6.74 करोड़ आईटीआर ऑनलाइन दायर किए गए। वित्त वर्ष के अंतिम दिन 30 से 31 मार्च के दौरान 56 लाख आईटीआर दायर किए गए।