नई दिल्ली। डायरेक्ट और इन डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के मोर्चे पर सरकार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जुलाई अवधि में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 24.01 प्रतिशत बढ़कर 1.59 लाख करोड़ रुपए रहा। वहीं इन डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में भी 29.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और अब तक 2,71,719 करोड़ रुपए का संग्रह किया जा चुका है।
कैसे Tax बिगाड़ देता है होटल और रेस्टोरेंट में खाने का स्वाद, समझिए बिल का पूरा गणित
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीने यानी जुलाई तक डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन प्रत्यक्ष कर मद में सालाना बजटीय लक्ष्य का 18.82 प्रतिशत है। बयान के अनुसार अप्रैल-जुलाई के दौरान आयकर विभाग ने कुल 64,181 करोड़ रुपए रिफंड जारी किये जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 10.43 प्रतिशत अधिक है। व्यक्तिगत आयकर संग्रह 31.4 प्रतिशत जबकि कंपनी कर संग्रह में 11.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिफंड के बाद व्यक्तिगत आयकर में शुद्ध वृद्धि 46.55 प्रतिशत जबकि कंपनी कर में 2.84 प्रतिशत रही।
Income Tax डिपार्टमेंट से न छिपाएं ये 5 बातें, भविष्य में बढ़ा सकती हैंं अापकी मुसीबत
वहीं इसी अवधि में इन डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 29.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और अब तक 2,71,719 करोड़ रुपए का संग्रह किया जा चुका है। इसके पीछे अहम वजह केंद्रीय उत्पाद शुल्क के संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि होना है। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में आज कहा कि जुलाई 2016 के अंत तक अप्रत्यक्ष कर राजस्व संग्रह के आंकड़े (अस्थायी) दिखाते हैं कि इस अवधि में शुद्ध राजस्व संग्रह 2,71,719 करोड़ रुपए रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 2,09,217 करोड़ रुपए के संग्रह से 29.9 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2016-17 के लिए बजट में अनुमानित अप्रत्यक्ष कर संग्रह का 34.9 प्रतिशत संग्रहण जुलाई 2016 तक हो चुका है।