नई दिल्ली। कई क्षेत्रों में काम करने वाली कंपनी आदित्य बिड़ला नूवो लिमिटेड (एबीएनएल) ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष के अंत तक वह अपनी भुगतान बैंक सेवाएं शुरू कर देगी। एबीएनएल उन सफल आवेदकों में से एक है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा इस तरह के भुगतान बैंक शुरू करने की सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है।
यह अनुमति मिलने के बाद फरवरी में एबीएनएल ने आइडिया के साथ आदित्य बिड़ला आइडिया पेमेंट बैंक का गठन किया था, जिसमें एबीएनएल की 51 और आइडिया की 49 फीसदी हिस्सेदारी है।
शांघवी-टेलीनॉर-आईडीएफसी ने किया भुगतान-बैंक का लाइसेंस वापस करने का निर्णय
टेलीनॉर फाइनेंशियल सर्विसेज-आईडीएफसी बैंक और सन फार्मा के दिलीप शांघवी के गठबंधन ने देश में भुगतान बैंक कारोबार का अपना लाइसेंस छोड़ने का निर्णय लिया है। ये भुगतान बैंक का लाइसेंस लौटाने वाले दूसरे आवेदक हैं। इससे पहले चोलामंडल समूह ने भुगतान बैंक शुरू करने की दौड़ से अपने आप को अलग किया था।
शांघवी और उनके गठबंधन के बाकी भागीदारों ने एक साझा बयान में अपने निर्णय की जानकारी दी। बयान में कहा गया है, दिलीप शांघवी, आईडीएफसी बैंक और टेलीनॉर फाइनेंशियल सर्विसेज ने मिल कर फैसला किया है कि भुगतान बैंक शुरू करने की योजना से वापस हुआ जाए। इस निर्णय के अनुसार अब भुगतान बैंक के लाइसेंस के मामले में आगे नहीं बढ़ा जाएगा। रिजर्व बैंक ने इस समूह को पिछले साल सितंबर में सैद्धांतिक रूप से भुगतान बैंक शुरू करने की अनुमति दी थी।