नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय डाटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के मुताबिक वैश्विक अर्थव्यवस्था में डिजिटलीकरण पर जोर बना रहेगा और 2020 से 2023 के बीच आईटी पर 6800 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च होंगे। शोध फर्म ने 2021 और उससे आगे के लिए सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के पूर्वानुमानों में कहा कि कोविड-19 महामारी का प्रकोप हर जगह है और कई वाह्य कारण बदलाव के वाहक बन रहे हैं।
आईडीसी द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक वैश्विक महामारी के चलते 2020 में बाधाएं आई हैं, लेकिन वैश्विक अर्थव्यवस्था का डिजिटल सफर जारी रहेगा और ज्यादातर उत्पाद एवं सेवाएं डिजिटल डिलिवरी मॉडल पर आधारित होंगे।
विज्ञप्ति में कहा गया कि इन बदलावों के साथ ही 2022 तक वैश्विक जीडीपी का 65 प्रतिशत हिस्सा डिजिटल हो जाएगा और 2020 से 2023 तक आईटी पर 6800 अरब डॉलर खर्च होंगे। आईडीसी ने अनुमान जताया है कि 2021 के अंत तक 80 प्रतिशत उद्यम क्लाउड आधारित बुनियादी ढांचे और अनुप्रयोगों को अपनाने की गति महामारी से पहले के मुकाबले दोगुनी कर देंगे।
विप्रो ने रियल एस्टेट उद्योग के लिए किराएदार प्रबंधन समाधान पेश किया
विप्रो लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि उसने सैप एसई के साथ मिलकर रियल एस्टेट उद्योग के लिए क्लाउड आधारित समाधान तैयार किया है। कंपनी ने किराएदार अधिग्रहण प्रबंधन समाधान की पेशकश की है, जिसे सैप ग्राहक अनुभव और सैप एस/4एचएएनए सॉफ्टवेयर के साथ एकीकृत किया जा सकता है।
विप्रो ने बताया कि यह समाधान रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन, कृत्रिम मेधा और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकों से जुड़ा है।